अयोध्या। अयोध्या में स्थित विवादित श्रीरामजन्मभूमि परिसर में विश्व हिन्दू परिषद को दीपोत्सव की अनुमति नहीं मिलने पर मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि परिषद हमेशा राम मंदिर पर राजनीति करती है। मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने कहा कि मंदिर-मस्जिद का विवाद कई वर्षों से चल रहा है। तब विहिप ने दीपोत्सव मनाने की अनुमति नहीं मांगी। इस मसले का हल जब उच्चतम न्यायालय में चल रहा है तो अब ये कहना कि दीपोत्सव मनाने की अनुमति दी जाय सरासर गलत है।
उन्होंने कहा कि जबकि विवादित परिसर में न्यायालय के आदेश के बिना अयोध्या के मण्डलायुक्त एवं परिसर के रिसीवर मनोज मिश्र भी कुछ नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर विहिप को अनुमति मिल भी जाती तो मुस्लिम समाज विवादित परिसर में नमाज पढने की मांग करता। मंदिर-मस्जिद का फैसला जब करीब आ गया है तो इस तरह की राजनीति परिषद को नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी हाल में मुस्लिम समाज की एक बैठक हुई थी। जब सभी लोगों ने एक स्वर में कहा कि उच्चतम न्यायालय का जो भी फैसला आयेगा मुस्लिम समाज मानने के लिये तैयार हैं।
दूसरी ओर विश्व हिन्दू परिषद अयोध्या ने विवादित स्थल पर दीपोत्सव की अनुमति लेने के लिये विवादित श्रीरामजन्मभूमि के रिसीवर एवं फैजाबाद मण्डल के आयुक्त मनोज मिश्रा को एक पत्र देकर मांग किया कि परिसर में दीपोत्सव के लिये अनुमति दी जाय लेकिन विवादित श्रीरामजन्मभूमि के रिसीवर ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का आदेश स्पष्ट है कि यहां पर परम्परागत कार्यक्रमों के अलावा किसी अन्य उत्सव की अनुमति नहीं दी जा सकती है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर विहिप चाहे तो उच्चतम न्यायालय जा सकती है।