ह्यूस्टन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक सप्ताह के अमेरिका के दौरे पर शनिवार को ह्यूस्टन पहुंच गये। मोदी के यहां पहुंचते ही प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘हेलो ह्यूस्टन। प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे पर आगामी दिनों में न्यूयार्क में कुछ आयोजनों समेत एक व्यस्त कार्यक्रम उनकी प्रतीक्षा कर रहा है।’’ मोदी के यहां पहुंचने पर अमेरिका में भारत के राजदूत हर्ष वर्धन श्रृंगला और अमेरिकी अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। वह 27 सितंबर तक अमेरिका में रहेंगे जहां वह संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री 24 सितंबर को न्यूयार्क में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। प्रधानमंत्री ह्यूस्टन में ऊर्जा क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों, भारतीयों के विभिन्न समूहों और अमेरिका के शीर्ष नेताओं से बातचीत करने के साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
वह रविवार को ‘हाउडी मोदी’ मेगा रैली में हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम को ट्रंप के भी संबोधित करने की उम्मीद है। मई 2019 में दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की यह पहली अमेरिका यात्रा है। मोदी को ह्यूस्टन आते हुए विमान में तकनीकी खामी की वजह से जर्मनी के फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर रुकना पड़ा। करीब दो घंटे रुकने के बाद वह अमेरिका के लिए रवाना हुए। जर्मनी में भारत की राजदूत मुक्ता तोमर और महावाणिज्य दूत फ्रैंकफर्ट प्रतिभा पारकर ने मोदी की वहां अगवानी की। मोदी ने रवाना होने से पहले अपने संदेश में कहा कि उनकी यात्रा के दौरान होने वाले उच्च स्तरीय कार्यक्रमों से भारत एवं अमेरिका के बीच संबंध और मजबूत होंगे। इसके अलावा वह अनेक महत्वपूर्ण बहुपक्षीय कार्यक्रमों तथा प्रवासी भारतीय समुदाय और कारोबारी प्रतिनिधियों के साथ संवाद के कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस बात का गर्व है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराएंगे। यह जमावड़ा भारत एवं अमेरिका के संबंधों में मील का एक नया पत्थर साबित होगा। मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक करूंगा। समान मूल्य, हितों में समानता और संपूरक ताकत विश्व के सबसे पुराने एवं सबसे विशाल लोकतंत्र के बीच स्वाभाविक साझेदारी की बुनियाद हैं।’’