नई दिल्ली। दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित का निगम बोध घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो गया है। इस मौके पर कई बड़े नेताओं के साथ सैकड़ों की संख्या में लोग वहां मौजूद थे। इससे पहले उनका पार्थिव शरीर रविवार को कांग्रेस मुख्यालय लाया गया। तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं और राजधानी को आधुनिक रूप देने वाली वरिष्ठ कांग्रेस नेता का दिल का दौरा पड़ने के बाद यहां एक निजी अस्पताल में शनिवार दोपहर निधन हो गया था।
उनके पार्थिव शरीर को जब निजामुद्दीन स्थित उनके आवास से पार्टी मुख्यालय लाया गया तो उनकी आखिरी झलक पाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच धक्का मुक्की होने लगी। कांच के ताबूत में उनका पार्थिव शरीर लेकर आ रहा ट्रक सड़क पर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था क्योंकि सड़क समर्थकों से भरी पड़ी थी जो ‘जब तक सूरज चांद रहेगा शीला जी का नाम रहेगा' के नारे लगा रहे थे।