नई दिल्ली। कर्नाटक में जारी सियासी घमासान का आज अंत हो जाएगा। कर्नाटक विधानसभा में कुमारस्वामी सरकार आज फ्लोर टेस्ट का सामना करेगी। विश्वास मत पर कर्नाटक विधानसभा में फिलहाल बहस चल रही है। आज जैसे ही सदन में विश्वासमत पूरा होगा, उसके बाद ये स्पष्ट हो जाएगा कि कर्नाटक में कुमारस्वामी की सरकार बनी रहती है या फिर गिर जाती है। कर्नाटक विधानसभा में जारी विश्वास मत पर बहस के दौरान स्पीकर ने कहा है कि, यह सदन सर्वोच्च न्यायालय का सम्मान करता है।
मुझे कांग्रेस विधायक दल के नेता को स्पष्ट कर देना चाहिए कि यह सदन आपके किसी भी अधिकारी को व्यायाम करने से नहीं रोक रहा है। मेरी इसमें कोई भूमिका नहीं है। यदि आप सुप्रीम कोर्ट के समक्ष उत्तरदाताओं में से एक के रूप में खुद को पेश करने का इरादा रखते हैं, तो आप ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं।
जब कोई सदस्य नहीं आना चुनता है, तो हमारे परिचारक उन्हें उपस्थिति के रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने की अनुमति नहीं देंगे। संबंधित सदस्य सदन में उपस्थित होने के लिए तैयार किए जाने वाले किसी भी नियमन को आकर्षित करने का हकदार नहीं होगा। कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा में विश्वासमत पर बहस के दौरान कहा कि मुझमें और मेरे मंत्रियों के अंदर स्वाभिमान है। लेकिन आखिर सरकार को अस्थिर करने के लिए कौन जिम्मेदार है ?