नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा पाकिस्तान में कैद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगाने का फैसला आने के बाद विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने जाधव के परिजनों से फोन पर बात की और उनके साहस एवं धैर्य की सराहना की। सूत्रों के अनुसार डॉ. जयशंकर ने महाराष्ट्र के सातारा में जाधव की पत्नी एवं अन्य परिजनों से फोन पर बात की और अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि यह काम परिवार के साहस एवं धैर्य के बिना होना कठिन था। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जाधव की सकुशल रिहाई होगी और वह घर लौटेंगे।
इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने आधिकारिक प्रतिक्रिया में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि सरकार जाधव की जल्द से जल्द सकुशल स्वदेश वापसी के लिए पूरे दमखम से प्रयास करेगी। कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के इस निर्देश की सराहना करते हैं कि पाकिस्तान को जाधव को सैन्य अदालत द्वारा सुनायी गयी सजा की प्रभावी समीक्षा और पुनर्विचार करना चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान तुरंत इस निर्देश पर अमल करेगा।
न्यायालय के फैसले ने इस मामले में भारत के रुख को सही ठहराया है।’’ उन्होंने कहा कि भारत जाधव की जल्द से जल्द सकुशल स्वदेश वापसी के लिए पूरे दमखम से प्रयास जारी रखेगा। गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने जाधव को लेकर पाकिस्तान की समूची न्यायिक कार्यवाही को आज गैरकानूनी करार दिया तथा उनकी फांसी की सजा पर रोक लगाते हुए पाकिस्तान को इस फैसले की प्रभावी समीक्षा करने का निर्देश दिया है।