नई दिल्ली। बजट देने के बाद सीतारमण ने कहा कि बजट यथार्थवादी है। आम लोगों तथा अधिकारियों को लगता है कि हमने बजट में जो लक्ष्य रखे हैं वे हासिल किये जा सकते हैं। विनिवेश समेत कोई भी लक्ष्य अतिश्योक्ति नहीं है। पैन कार्ड के बदले आधार के इस्तेमाल के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य लोगों को ज्यादा विकल्प देना था ताकि उन्हें आयकर रिटर्न दाखिल करने में आसानी हो। उन्होंने कहा, ‘‘इतने सारे लोगों के पास आधार है। इस फैसले से हमने उनकी समस्या का समाधान किया है जिनके पास पैन नहीं है।
’’ उन्होने कहा कि यदि प्रौद्योगिकी आधार को एकमात्र पहचान के रूप में स्थापित करने में मददगार रही तो भविष्य में पैन कार्ड की अनिवार्यता समाप्त की जा सकती है। बजट में मध्य वर्ग की उपेक्षा के आरोपों पर उन्होंने कहा कि सरकार ने सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल के ज्यादा अवसर पैदा किये हैं। उसने 45 लाख रुपये तक का घर खरीदने वालों को ब्याज पर डेढ़ लाख रुपये की अतिरिक्त आयकर छूट दी है। उसने मध्य वर्ग के लिए ही इलेक्ट्रिक वाहनों पर वस्तु एवं सेवा कर की दर घटाई है।