नई दिल्ली। हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ति को लेकर सवाल उठाने वाले और पीएम मोदी को खत लिखने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस रंगनाथ पांडेय का विदाई समारोह रद्द कर दिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि रंगनाथ पांडेय द्वारा पीएम मोदी को पत्र भेज कर जजों की नियुक्ति पर सवाल उठाए जाने के बाद उठे विवाद के चलते किया गया है।
गौरतलब है कि रिटायरमेंट वाले दिन हर जज को एक फेयरवेल पार्टी दी जाती है। यह पारंपरिक तौर पर किया जाता है। रंगनाथ पांडेय के रिटायरमेंट वाले दिन यानी गुरुवार को यह समारोह होने वाला था लेकिन इसे रद्द कर दिया गया। बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस रंगनाथ पांडेय ने पीएम द्र मोदी को खत लिखकर जजों की नियुक्तियों पर गंभीर सवाल खड़े किए थे। जस्टिस रंगनाथ पांडेय ने लिखा था कि जजों की नियुक्ति में कोई निश्चित मापदंड नहीं है और प्रचलित कसौटी सिर्फ परिवारवाद और जातिवाद है।
जस्टिस रंगनाथ पांडेय ने पीएम मोदी को भेजे पत्र में लिखा था कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों का चयन बंद कमरों में चाय की दावत पर किया जाता है, जिसका मुख्य आधार जजों की पैरवी और उनका पसंदीदा होना ही है। उन्होंने लिखा था, "34 साल के सेवाकाल में उन्हें कई बार हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों को देखने का अवसर मिला। उनका विधिक ज्ञान संतोषजनक नहीं है। कई न्यायधीशों के पास सामान्य विधिक ज्ञान और अध्ययन तक उपलब्ध नहीं था। कई अधिवक्ताओं (वकीलों) के पास न्याय प्रक्रिया की संतोषजनक जानकारी तक नहीं है। कॉलीजियम के सदस्यों के पसंदीदा होने की योग्यता के आधार पर न्यायाधीश नियुक्ति कर दिए जाते हैं। यह स्थिति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।"