नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने बजट 2019-20 का स्वागत करते हुए कहा है कि इसमें श्रमिक से संबंधित मामलों में विचार विमर्श करने की जरुरत है। बीएमएस के अध्यक्ष सी के साजी नारायण ने शुक्रवार को यहां कहा कि मोदी सरकार ने शासन के नये तौर तरीके अपनायें है जिनका स्वागत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतमाला, सागरमाला, उडान, बिजली और सड़कों के संदर्भ में एक राष्ट्र एक ग्रिड, जीएसटी, भारत में अध्ययन, मुद्रा ऋण योजना, स्व-सहायता समूह, महिला ऋण, इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन, सामान्य यात्रा कार्ड, सस्ती दरों पर ऋण, मछली पालन क्षेत्र में सुधार, परंपरा उद्योग क्षेत्र और किसानों को मदद करने से उपायों का स्वागत किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विदेशी प्रत्यक्ष निवेश की अनुमति देने से संबंधित क्षेत्र में सभी पक्षों के साथ विचार विमर्श करने की सरकार की घोषणा भी सराहनीय है। नारायण ने कहा कि बजट में श्रम संहिताओं का जिक्र किया गया है लेकिन इन पर अगला कदम उठाने से पहले श्रमिक संघों के साथ विचार विमर्श करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एफडीआई, सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश और निजी भागीदारी, मछलीपालन का नया विभाग, सरकारी बैंकों को एकीकरण, एक राष्ट्र एक ग्रिड, सागरमाला और इसका प्रभाव और पेट्रोल एवं डीजल की बढ़ती कीमतों पर व्यापक रुप से चर्चा की आवश्यकता है।