नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक बड़ा बयान दिया है। राजस्थान के उदयपुर में संघ के एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए मोहन भगवत ने कहा कि राम का काम करना है और राम का काम होकर रहेगा। सबको मिलकर करना है राम का काम। राम हमारे अन्दर रहते हैं खुद का काम खुद ही करना पड़ता है। सौंप देते हैं किसी को फिर भी खुद निगरानी करनी पड़ती है।
मोहन भागवत के इस बयान को अयोध्या में राम मंदिर से जोड़ कर भी देखा ज रहा है। हालांकि उन्होंने इस बारे में स्पष्ट नहीं किया। मोहन भागवत ने यह बयान राजस्थान के उदयपुर में चल रहे संघ शिक्षा वर्ग (द्वितीय वर्ष) प्रशिक्षण के दौरान दिया है। यहां मोहन भागवत 4 दिवसीय दौरे पर गए हुए थे। इस संघ प्रशिक्षण शिविर में संघ के करीब 300 स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। भागवत से पहले मुरारी बापू ने कहा था कि राम का काम सबको करना है। उसी को जोड़ते हुए भागवत ने कहा कि राम का काम होकर रहेगा।
अयोध्या की विवादित भूमि पर राम मंदिर बनाए जाने का मामला पिछले तीन दशकों से देश की राजनीती पर हावी होता आ रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो ‘संकल्प पत्र’ में राम मंदिर बनाये जाने को लेकर उचित कदम उठाये जाने का जिक्र किया था। बता दें कि आरएसएस लोकसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी सरकार पर राम मंदिर को लेकर नाराजगी जता चुका है। इससे पहले एक आरएसएस नेता ने भागवत के हवाले से कहा था कि संघ लोकसभा चुनाव के बाद राम मंदिर निर्माण शुरू कर देगा, चाहे केंद्र में किसी की भी पार्टी की सरकार बने।