नई दिल्ली। जानवरों के अवैध व्यापार के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए भारतीय वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण ने सोमवार को देश भर के हवाई अड्डों पर एक विशेष अभियान की शुरुआत की। अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस से दो दिन पहले शुरू किये गये ‘हर जानवर स्वेच्छा से नहीं जाता प्रवास पर’ अभियान के बारे में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि हाल के वर्षों में देश में वन्य जीवों का अवैध व्यापार तेजी से बढा है। इसलिए इस अभियान की शुरुआत की गयी है। संयुक्त राष्ट्र की सद्भावना दूत अभिनेत्री दिया मिर्जा ने वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सचिव सी.के. मिश्रा की मौजूदगी में दिल्ली हवाई अड्डे पर अभियान की शुरुआत की। मिश्रा ने कहा कि वन्य प्रजातियों को संरक्षण हमारे देश की प्रकृति का अभिन्न हिस्सा है।
दुनिया भर में वन्य जीवों को खतरा है और भारतीय जैव एवं पादप विविधता की वैश्विक काला बाजार में काफी माँग है। लोगों को जागरूक करने से हमारे वन्य जीवों को बचाने में बड़े पैमाने पर मदद मिलेगी। भारत में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण के प्रमुख अतुल बगाई ने कहा कि वन तथा उसकी जैव विविधता के खतरा बन चुके अवैध वन्य जीव व्यापार को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने, अवैध व्यापार के खिलाफ ठोस कार्रवाई और कानूनों को कड़ाई से लागू करना जरूरी है। पहले चरण के अभियान के लिए बाघ, छिपकली, स्टार कछुआ और टोके गेको का चयन किया गया है। ये वन्य जीव बेहद खतरे में हैं।