नई दिल्ली। प्रतिदिन करोड़ों लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने वाली भारतीय रेलवे ने अब यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बड़ी घोषणा की है। इससे महिलाओं और दिव्यांगों को ट्रेनों में सफर करने में बड़ी मदद मिलेगी। साथ ही ट्रेनों में रिजर्वेशन पाना भी आसान होगा। भारतीय रेलवे ने महिलाओं और दिव्यांगों के लिए जल्द अतिरिक्त कोच लगाने की घोषणा की है। रेलवे के अनुसार वह फिलहाल अपनी प्रीमियम ट्रेनों राजधानी, शताब्दी व दुरंतों आदि में महिलाओं के लिए अतिरिक्त कोच की व्यवस्था करने जा रहा है। रेलवे ने इन ट्रेनों के पावर कार को अपग्रेड करने की तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे के अनुसार फिलहाल इन प्रीमियम ट्रेनों में दो एलएचबी पॉवर कोच लगे हुए हैं, जो पूरी ट्रेन में बिजली की सप्लाई करने के साथ ही एसी को भी पावर देते हैं।
एलएचबी पावर कोच को अपग्रेड करने के बाद पूरी ट्रेन और एसी को पॉवर देने के लिए केवल एक कोच ही काफी होगी। ऐसे में रेलवे दूसरे एलएचबी पॉवर कोच के स्थान पर एक अतिरिक्त यात्री कोच लगा सकेगा। रेलवे की योजना है कि इसी अतिरिक्त कोच महिलाओं और दिव्यांगों के लिए आरक्षित कर दिया जाएगा। प्रीमियम ट्रेन के बावजूद कम रहेगा किराया रेलवे अधिकारियों के अनुसार प्रीमियम ट्रेनों में सभी कोच एसी होते हैं। बावजूद इसमें महिलाओं और दिव्यांगों के लिए आरक्षित विशेष कोच की जगह एक नॉन एसी कोच को जोड़ा जाएगा। इससे प्रीमियर ट्रेन होने के बावजूद विशेष कोच में सफर करने के लिए महिलाओं और दिव्यांगों को किराया भी कम देना पड़ेगा।
दो प्रोटोटाइप रेक तैयार
रेलवे के अनुसार इंटीग्रल रेलवे कोच फैक्टरी में अत्याधुनिक पॉवर कार के दो प्रोटोटाइप रेक तैयार किए जा चुके हैं। मालूम हो कि इंटीग्रल कोच फैक्टरी ही रेलवे के लिए रेक का निर्माण करती है। मालूम हो कि इससे पहले रेलमंत्री पीयूष गोयल ने भी संसद मेंकहा था कि सरकार सभी ट्रेनों के सभी पुराने कोचों को आधुनिक और ज्यादा सुरक्षित एलएचबी कोच से बदलेगी। इसकी प्रक्रिया शुरू भी की जा चुकी है। इसी के तहत अब प्रीमियम ट्रेनों में महिलाओं और दिव्यांगों के लिए अतिरिक्त कोच लगाने की योजना को शामिल किया गया है। रेलवे वर्ष 2018 को महिला सुरक्षा विशेष वर्ष मना चुका है। सुरक्षा के लिहाज से रेलवे प्रीमियम ट्रेनों में बढ़ाए जाने वाले महिला विशेष कोच को ट्रेन के बीच में लगाएगा। पहले रेलवे महिला विशेष कोच को ट्रेन के सबसे पीछे या सबसे आगे लगाता था।