नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने एक फैसले को लेकर अपने ही देश में हंसी का पात्र बनते जा रहे हैं। दरअसल, पाकिस्तानी अधिकारियों ने समुद्र में तेल का ब़ड़ा खजाना मिलने का दावा किया था। इसे लेकर पाकिस्तान के कराची के समुद्री तटों पर केकरा-1 क्षेत्र में खुदाई भी शुरू कर दी गई, जोकि अब बिल्कुल अंतिम चरण में पहुंच गई है, लेकिन जिस विशालकाय तेल खजाने को लेकर उम्मीदों का यह पहाड़ खोदा जा रहा था, उससे अभी तक कुछ हासिल होता नजर नहीं आ रहा है।
इसके बाद अब पाकिस्तान के भीतर ही प्रधानमंत्री इमरान खान पर सवाल उठाए जाने लगे हैं। दरअसल, पाकिस्तान को यहां एशिया के सबसे बड़े तेल और गैस भंडार मिलने की उम्मीद थी। इसके लिए यूएस तेल और गैस कंपनी एक्सॉन मोबिल के साथ इटली की ईएनआई, पाकिस्तान की तेल और गैस कंपनी मिलकर केकरा-1 ब्लॉक में मिलकर खुदाई कर रही हैं। पानी के अंदर कुल 5660 मीटर गहराई तक खुदाई की जानी थी और अभी तक 4810 मीटर तक की खुदाई हो चुकी है।
इससे पहले अधिकारियों ने कहा था कि अंतिम चरण तक पहुंचते-पहुंचते तेल और गैस भंडार के खजाने के संकेत मिलने लगेंगे हालांकि अभी तक ऐसी कोई सफलता कंपनियों के हाथ नहीं लगी है। इसके बाद पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री रहे चौधरी निसार अली खान ने भी संभावित तेल भंडार के दावे पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान को अरब सागर के तेल भंडारों के बारे में गलत जानकारी दी गई। रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चौधरी निसार ने कहा कि किसी ने भी तेल भंडारों की खोज के इमरान खान के दावे पर सवाल खड़े नहीं किए।