नईदिल्ली। अगले महीने से ट्रैफिक रूल तोड़कर कोई भी बच नहीं सकता। ट्रैफिक पुलिस दिल्ली के प्रमुख सड़कों पर अगले कुछ दिनों में तय स्पीड को न मानने और रेड लाइट जंप करने सहित दूसरे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को पकड़ने के लिए कैमरे लगाने का काम शुरू करने जा रही है। इस महीने के अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा। कैमरों की मदद से ट्रैफिक कंट्रोल रूम से ही रूल तोड़ने वालों की पहचान की जा सकेगी। पांच मिनट के अंदर ही उनके मोबाइल पर यह मैसेज भी चला जाएगा कि उन्हें ट्रैफिक रूल तोड़ते हुए पकड़ा गया है और उनके पास चालान भेजा जा रहा है।
पूरी दिल्ली में लगेंगे विभिन्न स्तर के कैमरे
ताज हसन ने बताया कि जून तक ट्रैफिक पुलिस पूरी दिल्ली में 100 स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे और 24 रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे लगा देगी। इसकी मदद से ट्रैफिक नियमों के एनफोर्समेंट में सुधार लाया जा सकेगा, मैनुअल हस्तक्षेप कम होने से भ्रष्टाचार में भी कमी आएगी और ट्रैफिक सिचुएशन की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा सकेगी, जिससे ट्रैफिक मैनेजमेंट भी बेहतर होगा।
13 सड़कों पर कैमरेपूरी दिल्ली में लगेंगे विभिन्न स्तर के कैमरे
ताज हसन ने बताया कि जून तक ट्रैफिक पुलिस पूरी दिल्ली में 100 स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे और 24 रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे लगा देगी। इसकी मदद से ट्रैफिक नियमों के एनफोर्समेंट में सुधार लाया जा सकेगा, मैनुअल हस्तक्षेप कम होने से भ्रष्टाचार में भी कमी आएगी और ट्रैफिक सिचुएशन की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा सकेगी, जिससे ट्रैफिक मैनेजमेंट भी बेहतर होगा।
चालान भरने की ऑनलाइन सुविधा
चालान भरने वालों के लिए ऑनलाइन सिस्टम शुरू होगा। इसके तहत जिन लोगों का चालान कटेगा, उनके मोबाइल पर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से एक वेब लिंक भेजी जाएगी, जिस पर क्लिक करके लोग अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए जुर्माने की राशि भरकर चालान की कॉपी का प्रिंटआउट निकाल सकेंगे। लोग अपने लैपटॉप या डेस्कटॉप के जरिए भी इस लिंक के माध्यम से ऑनलाइन तरीके से जुर्माने की रकम अदा कर सकेंगे। अभी ट्रैफिक पुलिस के रिकॉर्ड में करीब 25 लाख लोगों का डेटा मौजूद हैं, जिसमें गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर और ड्राइविंग लाइसेंस की डिटेल्स के साथ ही मोबाइल नंबर और घर का एड्रेस भी शामिल है।