रायगढ़। भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के समुद्र तट पर बने बंगले को यहां प्रशासन ने शुक्रवार को नियंत्रित विस्फोट से ढहा दिया। नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के प्रमुख आरोपियों में शामिल है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। किहिम बीच के नजदीक 33,000 वर्गफीट के बंगले के बाहर व भीतर 100 से ज्यादा डायनामाइट छड़ों को रखा गया और कड़ी सुरक्षा के बीच पहला विस्फोट सुबह 11.15 बजे किया गया। कुछ दिनों पहले बंगले के विभिन्न बिंदुओं पर नियंत्रित विस्फोट को अंजाम देने के लिए विस्फोटक लगाए गए थे।
रायगढ़ जिला कलेक्टर विजय सूर्यवंशी ने कहा कि यह एक नियंत्रित विस्फोट था। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने बंगले को ध्वस्त किए जाने के आदेश दिए थे। बंगले में विस्फोटक लगाने के लिए पिलर में जगह बनाने के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया गया। इसके लिए विशेष तकनीकी दल को बुलाया गया था। महाराष्ट्र सरकार ने पिछले साल ईडी को पत्र लिख अलीबाग के नजदीक किहिम समुद्र तट पर बने बंगले को ध्वस्त करने के लिए अनुमति मांगी थी।
ईडी ने इस संपत्ति को कुर्क किया था। सूर्यवंशी ने कहा कि बंगले के समान की नीलामी की जाएगी। कुछ सामान अलग से रखा गया है जो कि ईडी के हवाले किया जाएगा। कलेक्ट्रेट ने 25 जनवरी को पारंपरिक तरीके बुलडोजर व दूसरे हाथ के उपकरणों से बंगले को गिराने की प्रक्रिया की शुरुआत की थी, लेकिन यह एक धीमी प्रक्रिया साबित हुई।