तिरुपति। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने रविवार को तिरूमला में भगवान वेंकटेश्वर की पूजा-अर्चना के बाद रेनीगुनात हवाईअड्डे से स्वदेश रवाना हो गये। विक्रमसिंघे और उनकी पत्नी मैत्री विक्रमसिंघे ने मंदिर की सुप्रभात सेवा में भी भाग लिया। श्रीलंकाई प्रधानमंत्री को वैदिक पंडितों ने रंगनायकुला मंडपम में आशीर्वचन दिये। उन्हें रेशमी वस्त्र, तीर्थ प्रसादम और भगवान वेंकटेश्वर की तस्वीर भी प्रदान की गयी।
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के कार्यकारी अधिकारी अनिल कुमार सिंघल और तिरुमला के संयुक्त कार्यकारी अधिकारी के श्रीनिवास राजू ने महाद्वारम पर उनका स्वागत किया तथा उन्हें दर्शन के लिए अपने साथ ले गये। भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन से पहले विक्रमसिंघे ने अपने वजन के बराबर तुलाभरम भेंट चढ़ायी।तुलाभरम सदियों पुरानी परंपरा है जिसके तहत श्रद्धालु अपने वजन के बराबर चीनी, चावल, गुड़ आदि भेंट चढ़ाते हैं। विक्रमसिंघे ने अपने वजन के बराबर एक रुपये के सिक्के चढ़ाये जिसकी कुल रकम 16,160 रुपये हुई। दोपहर के बाद आंध्र प्रदेश के उद्योग मंत्री अमरनाथ रेड्डी, जिलाधिकारी प्रद्युम्न ने अन्य अधिकारियों के साथ विक्रमसिंघे को रेनीगुंता हवाईअड्ड पर विदा करने पहुंचे।