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PM का जादू बरकरार - 83 प्रतिशत लोगों ने कहा- 2019 में फिर आएगी मोदी सरकार

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Feb 21 2019 12:09PM | Updated Date: Feb 21 2019 12:09PM
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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले टाइम्‍स मेगा ऑनलाइन पोल ने मोदी सरकार की दोबारा वापसी को लेकर रूख साफ कर दिया है। सर्वेक्षण के अनुसार 83 प्रतिशत लोगों ने 2019 के चुनाव में भी बीजेपी के शानदार प्रदर्शन और पीएम मोदी के नेतृत्‍व में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने की उम्‍मीद जताई है। 
 
देश में आगामी कुछ सप्‍ताहों में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने की संभावना है। इस बीच टाइम्स ग्रुप के सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले तीन-चौथाई से अधिक लोगों (83.89 प्रतिशत) ने पीएम मोदी को अब भी इस पद के लिए पहली पसंद बताया और कहा कि अगर आज चुनाव होता है तो पीएम पद के लिए वह उनकी पहली पसंद होंगे। 
 
सर्वेक्षण में राहुल गांधी को पसंद करने वालों की तादाद 8.33 प्रतिशत और ममता बनर्जी को इस पद के लिए पसंद करने वालों की संख्‍या 1.44 प्रतिशत रही। बसपा अध्‍यक्ष मायावती इस दौड़ में बहुत पीछे नजर आती हैं, उन्‍हें केवल 0.43 प्रतिशत लोगों ने पीएम पद के लिए अपनी पसंद बताया है, जबकि 5.9 प्रतिशत लोगों का कहना है कि कोई अन्‍य नेता भी 2019 चुनाव के बाद पीएम हो सकते हैं। 
 
सर्वे के दौरान राहुल गांधी को लेकर जब लोगों से यह सवाल किया गया कि क्‍या उन्‍हें कांग्रेस अध्‍यक्ष 2014‍ के मुकाबले आज अधिक लोकप्रिय नजर आते हैं, तो इसके जवाब में 63.03 प्रतिशत ने कहा 'नहीं', जबकि 31.15 प्रतिशत लोगों ने इस सवाल का जवाब 'हां' में दिया। सर्वे में लोग मोदी सरकार के कामकाज से संतुष्‍ट नजर आते हैं। करीब 59.51 प्रतिशत लोगों ने उनके काम को 'बहुत अच्‍छा', 22.29 प्रतिशत लोगों ने 'अच्‍छा' बताया तो केवल 9.94 प्रतिशत लोगों ने मोदी सरकार के कामकाज से नाखुशी जताई और 8.25 प्रतिशत लोगों ने इसे 'औसत' बताया।
 
इस सर्वेक्षण में अगर देखा जाए तो लोगों ने गरीबों के लिए मोदी सरकार के काम को (34.39 प्रतिशत), जीएसटी (29.09 प्रतिशत), स्‍वच्‍छ भारत योजना (18.68 प्रतिशत) और सर्जिकल स्‍ट्राइक्‍स (17.84 प्रतिशत) को मोदी सरकार की सफलता माना तो अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर कोई प्रगति नहीं होने (35.72 प्रतिशत), बेरोजगारी (29.52 प्रतिशत), नोटबंदी (13.5 प्रतिशत), असहिष्‍णुता में बढ़ोतरी (12.57 प्रतिशत) को उनकी सरकार की नाकामी के तौर पर लिया। 
 
सर्वे में राफेल मुद्दे को भी शामिल किया गया, जिसे लेकर कांग्रेस लगातार पीएम मोदी के खिलाफ हमलावर तेवर अपनाए हुए है। लेकिन सर्वे में शामिल केवल 17.51 प्रतिशत लोगों ने कहा कि यह मुद्दा बीजेपी को प्रभावित करेगा, जबकि 74.59 फीसदी लोगों ने कहा कि इसका चुनाव में बीजेपी पर कोई असर नहीं होगा। वहीं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के सवाल पर 72.66 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इसका फायदा चुनाव में बीजेपी को मिल सकता है।
 
बता दें कि इस सर्वे में करीब पांच लाख लोगों ने हिस्‍सा लिया, पर इसमें निष्‍पक्षता बरकरार रखने के लिए ई-मेल आईडी से लॉग-इन कर वोट करने की शर्त निर्धारित की गई थी। सर्वेक्षण के सटीक नतीजे के लिए विभिन्‍न शर्तों को ध्‍यान में रखते हुए ई-मेल आईडी से लॉग-इन करने वाले केवल दो लाख लोगों के वोट को ही इसमें शामिल किया गया। यह सर्वेक्षण 11 से 20 फरवरी के बीच टाइम्‍स ग्रुप की 13 मीडिया प्रोपर्टीज के जरिये 9 भाषाओं में किया गया। इस दौरान यह भी सुनिश्चित किया गया कि एक बार में केवल एक व्‍यक्ति ही वोट डाल सके।
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