नई दिल्ली। भारत का हल्का लड़ाकू विमान तेजस एमके आई को बुधवार को अंतिम संचालन मंजूरी (एफओसी) दे दी गई।विमान के लिए एफओसी की औपचारिक घोषणा रक्षा विभाग के आर एंड डी सचिव तथा रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के अध्यक्ष जी. सतीश रेड्डी ने की।
एरो इंडिया शो के इतर एफओसी प्रमाण पत्र और रिलीज टू सर्विस डॉक्यूमेंट वायुसेना प्रमुख को सौंपा गया। तेजस जहाज को बुधवार को फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस मिल गया है अब ये विमान अब भारतीय वायुसेना का हिस्सा होने जा रहा है। इस दौरान रक्षा सचिव, एचएएल के अध्यक्ष और सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्दीनेस एंड सर्टिफिकेशन के प्रमुख मौजूद रहे।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि एफओसी में शुरुआती संचालन मंजूरी के अलावा महत्वपूर्ण क्षमताओं में बढ़ोतरी शामिल है। इनमें दृश्यता सीमा के परे मिसाइल क्षमता, हवा में ईंधन भरा जाना, हवा से जमीन पर एफओसी चिह्नित हथियार को निशाना बनाना शामिल है।
बेंगलुरु में एयरो इंडिया में स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) बेंगलुरु में एयरो इंडिया में कल प्रदर्शन किया था खास बात ये है इसको 'तेजस' नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था। पहले ही दिन अपनी शानदार उड़ान में 'तेजस' ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी श्रद्धांजलि भी दी थी।
गौरतलब है कि तेजस भारत द्वारा विकसित किया जा रहा एक हल्का व कई तरह की भूमिकाओं वाला जेट लड़ाकू विमान है। यह हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड(एचएएल) द्वारा विकसित एक सीट और एक जेट इंजन वाला, अनेक भूमिकाओं को निभाने में सक्षम एक हल्का युद्धक विमान है। यह बिना पूँछ का, कम्पाउण्ड-डेल्टा पंख वाला विमान है।
इसका विकास 'हल्का युद्धक विमान' या (एलसीए) नामक कार्यक्रम के अन्तर्गत हुआ है जो 1980 के दशक में शुरू हुआ था। विमान का आधिकारिक नाम तेजस 4 मई 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखा था।