नई दिल्ली। पुलवामा में गुरुवार को आतंकी हमले में शहीद हुए 40 जवानों के पार्थिक शरीर अब उनके गांव पहुंचने लगे हैं। वहीं संसद भवन में गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में एक सुर में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को लेकर चर्चा हुई। कांग्रेस ने एक बार फिर सुरक्षाबलों और सरकार को समर्थन की बात कही। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार दोहराया कि इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा, 'आतंकी संगठनों ने, आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, वो चाहे जितना छिपने की कोशिश करें, उन्हें सजा जरूर दी जाएगी। सैनिकों में और विशेषकर CRPF में जो गुस्सा है, वो भी देश समझ रहा है। इसलिए सुरक्षाबलों को खूली छूट दी गई है।' वहीं हमले के सिलसिले में पुलिस ने अवंतीपुरा में सात लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस ने आत्मघाती हमले की योजना से जुड़े होने के संदेह में इन युवकों को पुलवामा और अवंतीपुरा से हिरासत में लिया। फिदायीन की पहचान आदिल अहमद के रूप में की गई। ऐसा माना जाता है कि इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनाई थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है। कामरान, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतीपुरा तथा त्राल इलाके में सक्रिय है।