श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे। जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा जिले में विस्फोटकों से भरे एक वाहन को सुरक्षाबलों की बस से टकरा दिया था। 40 जवानों के शहीद होने से भाजपा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी काफी गुस्से में हैं। विस्फोटक से भरी कार के जरिए सीआरपीएफ की बस को आत्मघाती हमले में उड़ाने की घटना के लिए स्वामी ने 2014 में सरकार की ओर से बदले गए एक नियम को जिम्मेदार ठहराया है।
वरिष्ठ अधिवक्ता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर बताया है कि साल 2014 में सरकार ने नियम में बदलाव करते हुए चेक प्वाइंट पर किसी वाहन को रोकने या उस पर बल प्रयोग के अधिकार सुरक्षाबलों से छिन लिए थे। यही वजह रही कि विस्फोटक से भरी कार सीआरपीएफ की बस के करीब पहुंची और देश को इतना बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।
उन्होंने बताया कि सरकार यह आदेश इसलिए लेकर आई थी क्योंकि सेना के कुछ जवानों ने एक मारुति कार पर फायरिंग कर दी थी। इसके बाद जवानों पर मुकदमा भी चला था और आज भी वे जेल में है। मालूम हो कि 3 नवंबर 2014 को बडगाम में 53 राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने एक सफेद मारुति कार पर फायरिंग कर दी थी। यह कार दो चेक प्वाइंट्स को तोड़ते हुए आगे बढ़ रही थी।