नई दिल्ली। तेजी से प्रचलन में आ रही ई सिगरेट धूम्रपान छोड़ने में मददगार है क्योंकि एक परीक्षण में पता चला है कि धूम्रपान बंद करने के लिए गम जैसे उत्पादों की तुलना में ई सिगरेट लगभग दोगुना सफल रही है। न्यू् इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन रिपोर्ट में यह दावा करते हुए कहा गया है कि धूम्रपान को छोड़ने के लिए पारम्पीरिक निकोटीन उत्पादों जैसे पैच और गम की तुलना में ई-सिगरेट लगभग दोगुनी असरदार है।
इसके अनुसार पारंपरिक निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरैपी से जहां 9.9 प्रतिशत लोग ही ध्रूमपान छोड़ पा रहे हैं वहीं इस मामले में ई सिगरेट की सफलता दर 18 प्रतिशत है। ब्रिटेन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य अनुसंधान एवं कैंसर अनुसंधान संस्थान के वित्त पोषण में यह अध्ययन किया गया था। एक साल तक इसमें ई-सिगरेट या पारंपरिक निकोटीन रिप्लेसमेंट उत्पादों का उपयोग करने वाले 886 लोगों पर यह अध्ययन किया गया।
दोनों समूहों ने कम से कम चार साप्ताहिक परामर्श सत्रों में भी भाग लिया था। ब्रिटेन के रोग नियंत्रण एवं निवारण केन्द्र के अनुसार दुनिया भर में प्रति वर्ष तम्बाकू का इस्तेमाल लगभग 60 लाख लोगों की मृत्यु का कारण बनता है और यदि यही रूख जारी रहा तो वर्ष 2030 तक वैश्विक स्तर पर इससे सलाना 80 लाख लोगों की मृत्यु होने का अनुमान है।