नई दिल्ली। आम चुनाव की रणभेरी बजने के ठीक पहले लोकसभा के अंतिम सत्र के अंतिम दिन सपा के वरिष्ठतम नेता मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत की कामना कर विपक्ष को अचंभित कर दिया।
मुलायम ने न सिर्फ मोदी को फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखने की कामना की, बल्कि विपक्षी बेंचों की ओर निहारते हुए यह भी स्वीकार कर लिया कि हम लोग इतने बहुमत में नहीं आ सकते। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इसके लिए मुलायम सिंह को विशेष धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त करने में देर नहीं लगाई।उत्तर प्रदेश में भाजपा का विजय रथ रोकने के लिए चिरविरोधी मायावती के साथ अखिलेश यादव के गठबंधन को देखते हुए पूरे सदन में किसी ने कल्पना नहीं की थी कि सपा के वरिष्ठतम नेता नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री के रूप में देखने की कामना करेंगे।
जाहिर है जैसे ही मुलायम ने मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री के रूप में देखने की इच्छा जताई, विपक्ष में सन्नाटा छा गया। उनके ठीक बगल में बैठीं सोनिया गांधी अवाक होकर मुलायम को देखती नजर आईं। मोदी की तारीफ में मुलायम यहीं नहीं रुके। प्रधानमंत्री पर तानाशाही का आरोप लगा रहे विपक्ष के आरोपों की हवा निकालते हुए उन्होंने कहा, 'सबको संतुष्ट करना मुश्किल है, लेकिन आपने सबसे मिल जुलकर सबका काम किया है।'
विपक्षी एकता और महागठबंधन के शोर के बीच सपा संस्थापक की शुभकामना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'शुभ संकेत' बताया। उन्होंने पांच साल के कार्यकाल को प्रथम पारी बताया और अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि अभी भी काफी कुछ करना बाकी है। इसके लिए मुलायम सिंह का आशीर्वाद मिल गया है। उन्होंने कहा, 'मैं आदरणीय मुलायम सिंह जी का विशेष रूप से आभारी हूं, उनका स्नेह मेरे लिए बहुत मूल्यवान है।'