नई दिल्ली। राजस्थान में एक बार फिर आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जरों ने अपना आंदोलन शुरू कर दिया है। सवाई माधोपुर के मकसूदनपुरा में रेलवे ट्रैक पर गुर्जर समुदाय के लोग बैठे हुए हैं। गुर्जरों के आरक्षण आंदोलन के कारण 5 ट्रेनों को कैंसिल किया गया है, जबकि एक को पश्चिम मध्य रेलवे जोन के कोटा डिवीजन में एक डायवर्ट किया गया है।
आंदोलनकारियों का कहना है कि हमारे पास अच्छे मुख्यमंत्री और अच्छे प्रधानमंत्री हैं। हम चाहते हैं कि वे गुर्जर समुदाय की मांगों को सुनें। उनके लिए आरक्षण प्रदान करना कोई कठिन कार्य नहीं है।
वहीं गाड़ियों के मार्ग में किए गए परिवर्तन एवं आंशिक रद्द गाड़ियों की जानकारी के लिए जयपुर स्टेशन पर सहायता बूथ खोला गया है जिसका हेल्पलाइन नंबर 220-1043 है। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा डिवीजन में सवाई माधोपुर से बयाना सेक्शन-निमोड़ा के बीच मलारना ब्लॉक सेक्शन के बीच 4 ट्रेनें डायवर्ट और 14 रद्द हुईं।
उल्लेखनीय है कि गुर्जर समाज सरकारी नौकरियों एवं शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए गुर्जर, रायका-रेबारी, गडिया लुहार, बंजारा और गडरिया समाज के लोगों को पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहा है। वर्तमान में अन्य पिछडा वर्ग के आरक्षण के अतिरिक्त 50 प्रतिशत की कानूनी सीमा में गुर्जर को अति पिछडा श्रेणी के तहत एक प्रतिशत अलग से आरक्षण मिल रहा है।
राज्य सरकार ने आंदोलनकारियों से बातचीत के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की है जो गुर्जर नेताओं से बातचीत कर समाधान निकालने का प्रयास करेगी। गुर्जर नेता अपनी मांग के समर्थन में रेल व सड़क मार्गों को अवरुद्ध करने की चेतावनी दे चुके हैं। गुर्जरों का आंदोलन का मुद्दा 14 साल से चल रहा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आंदोलनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने पहले भी उनकी बात सुनी थी और अब भी सुनेगी। गहलोत ने कहा 'सरकार समाधान के लिए बेहद गंभीर है और राज्य सरकार के स्तर पर गंभीर प्रयास किया गया है, राज्य सरकार गुर्जर नेताओं से बातचीत करने को तैयार है।'