नई दिल्ली। हिंदी माध्यम से केंद्रीय लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा देने वाले हजारों छात्रों ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के घर के सामने आज जोरदार प्रदर्शन किया। इन छात्रों का कहना है कि वर्ष 2011 में यूपीएससी की परीक्षा में सीसैट लागू होने कारण हिंदी एवं अन्य भाषाओं के परीक्षार्थियों का चयन कम हो गया था। यूपीएससी द्वारा गठित निगवेकर समिति ने बाद में उस वक्त परीक्षा में बैठने वाले असफल परीक्षार्थियों को क्षतिपूर्ति अवसर प्रदान करने की सिफारिश की थी लेकिन सरकार ने अभी तक इन छात्रों को वह अवसर नहीं दिया है।
छात्रों की इस मांग का समर्थन करते हुए दो से अधिक सांसदों ने सरकार को पत्र लिखा। छात्रों ने इस मांग को लेकर कई जगह विरोध प्रदर्शन किया है। शाह के घर के सामने जब छात्र धरना प्रदर्शन करने आए तो वहां पुलिस पहुंच गयी और उसने छात्रों को तितर बितर करने की कोशिश की। पुलिस और छात्रों के बीच संघर्ष में कुछ छात्रों को चोटें भी आयीं और पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।