नई दिल्ली। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित हिंदी की प्रख्यात लेखिका कृष्णा सोबती का शुक्रवार को यहां निधन हो गया। वह 94 वर्ष की थीं। हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि एवं संस्कृतिकर्मी अशोक वाजपेयी ने बताया कि श्रीमती सोबती का आज सुबह साढ़े आठ एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह काफी दिनों से बीमार चल रही थीं।
वाजपेयी ने कहा, “इतनी उम्र में अस्वस्थ होने के कारण उन्हें बीच- बीच मे अस्पताल में भर्ती कराया जाता था और वह कई बार स्वस्थ होकर घर आ जाती थीं। उनका निधन हिंदी साहित्य के लिए अपूरणीय क्षति है।” उनका अंतिम संस्कार आज शाम चार बजे निगम बोध घाट के विद्युत शवदाह गृह में किया जयेगा।