नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा ने कहा कि उन्हें फर्जी और झूठे बयानों के आधार पर सीबीआई से हटाया गया। निदेशक पद पर बहाली के चौबीस घंटे के अंदर ही आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक पद से हटा दिया गया।
आलोक वर्मा ने अपनी सफाई में कहा कि उनका ट्रांसफर एक व्यक्ति द्वारा लगाए गए झूठे, निराधार आरोपों के आधार पर किया गया है। वर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार के हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच करने वाली महत्वपूर्ण एजेंसी होने के नाते सीबीआई की स्वतंत्रता को सलामत रहना जरूरी है।
बता दें कि पीएम के नेतृत्व वाली उच्चस्तरीय चयन समिति ने भ्रष्टाचार और कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में गुरुवार को वर्मा को उनके निदेशक पद से हटा दिया था। आलोक वर्मा को गृह मंत्रालय के तहत अग्निशमन विभाग, नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड्स का निदेशक नियुक्त किया गया है। सीबीआई निदेशक का प्रभार फिलहाल अतिरिक्त निदेशक एम. नागेश्वर राव के पास ही है।