नई दिल्ली। आर्मी चीफ बिपिन रावत ने दिल्ली में सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक ऐसा बयान दिया है, जिस पर विवाद खड़ा हो सकता है। गुरुवार को उन्होंने कहा कि सेना की मानसिकता काफी संकीर्ण है, इसलिए 'गे' समुदाय के लोगों को और व्यभिचार की अनुमति नहीं दी जा सकती। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सेना ने चीन और पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर बेहतर तरीके से स्थिति को संभाला है और चिंता का कोई कारण नहीं होना चाहिए। रावत ने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर में स्थिति को और सुधारने की जरूरत है।
जनरल रावत ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर में शांति के लिए हम केवल समन्वयक हैं. हमने उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर स्थिति बेहतर तरीके से संभाली है। चिंता की कोई बात नहीं होनी चाहिए।' सैन्य प्रमुख ने कहा कि बातचीत और आतंक एक साथ नहीं चल सकता, यह जम्मू कश्मीर पर भी लागू होता है। उन्होंने कहा तालिबान मामले की तुलना जम्मू कश्मीर से नहीं की जा सकती। राज्य में हमारी शर्तों पर ही बातचीत होगी। साथ ही सेना प्रमुख ने ऐलान किया कि 20 जनवरी को भारतीय सेना की नॉर्दर्न कमांड को नई स्नाइपर राइफलें मिलेंगी। पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए आर्मी चीफ ने कहा, 'आतंक और वार्ता एक साथ संभव नहीं है, इसलिए बंदूके छोड़ो और हिंसा बंद करो।'