नई दिल्ली। गुजरात के राजकोट में आयोजित दो दिन के हिंदू आचार्य सभा के आखिरी दिन शुक्रवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी समेत कई साधु संत शामिल हुए। मीडिया सूत्रों के मुताबिक कहा जा रहा है कि बैठक में मौजूद आरएसएस चीफ मोहन भागवत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और संतों ने राम मंदिर निर्माण को लेकर मंथन किया।
बताते हैं कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई, इस दौरान 2019 के लोकसभा चुनाव की रणनीति और राममंदिर पर बातचीत हुई ऐसा सूत्रों का कहना है।
वहां शामिल एक संत की मानें तो उन्होंने कहा कि अमित शाह ने बैठक में विधिक मामले की जानकारी साझा की और सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले की सुनवायी जनवरी में किए जाने की संभावना के बारे में बात की। हिंदू आचार्य सभा का आयोजन प्रत्येक दो वर्ष पर होता है, जिसमें हिंदू समाज से संबंधित सामाजिक, राजनीतिक और शैक्षणिक मुद्दों पर चर्चा होती है। हिंदू सभा में भागवत और शाह के अलावा राम माधव और सुब्रमण्यन स्वामी जैसे नेताओं ने भी हिस्सा लिया।
आरएसएस प्रवक्ता विजय ठाकुर ने कहा कि-'पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहा राव ने कहा था कि यदि यह साबित हो जाता है कि उसी स्थान पर एक मंदिर था तो हम जमीन हिंदुओं को दे देंगे, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने भी यह साबित किया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला दिया है कि नमाज के लिए मस्जिद जरूरी हिस्सा नहीं है, जोकि कहीं भी की जा सकती है। सभी चीजें और दलीलें हमारे पक्ष में है।' उन्होंने कहा, 'अब देखना है कि सुनवाई कब होती है और फैसला कब आता है।' बताया जा रहा है कि धर्म सभा में राममंदिर के मुद्दे के साथ-साथ धर्मांतरण के मुद्दे पर भी चर्चा हुई।