कलाकार: अजय देवगन, सौरभ शुक्ल, इलियाना डिक्रूज, अमित सायल , सानंद वर्मा, गायत्री अय्यर
डायरेक्टर: राज कुमार गुप्ता
हीरो हमेशा यूनिफॉर्म में नहीं आता! ये कहना है रेड के हीरो अमय पटनायक का. आज अजय देवगन की फिल्म बड़े पर्दे पर रिलीज हुई है। कई बार बड़े पर्दे पर एक ईमानदार और बहादुर सरकारी अफसर का किरदार निभा चुके अजय एक बार फिर ऐसे ही किरदार में नजर आ रहे हैं। लेकिन इस बार उनका ये अवतार पिछले किरदारों से थोड़ा अलग है और इस बार उनके किरदार की खास बात ये है कि पिछली फिल्मों में पुलिस की वर्दी में नजर चुके अजय इस बार बिना वर्दी के ही प्रशासन में मौजूद करप्शन के खिलाफ मोर्चा खोलते दिख रहे हैं।
कहानी
फिल्म 'रेड' 1981 में लखनऊ में हुई एक हाई प्रोफाइल छापे की सच्ची घटना पर आधारित हैष फिल्म में दिखाया एक निडर आयकर अधिकारी अमय पटनायक (अजय देवगन) सांसद रामेश्वर सिंह उर्फ राजाजी सिंह (सौरभ शुक्ला) के यहां अपनी पूरी टीम के साथ छापा मारता है। राजाजी के यहां 420 करोड़ रुपए का कालाधन छुपा है।
राजाजी बचने के लिए अपना पूरा जोर लगाते हैं। वो अमय को डराते-धमकाते भी है लेकिन वो पीछे नहीं हटता है। अजय की वाइफ नीता (इलियाना डीक्रूज) पर भी हमला करवाया जाता है। बावजूद इसके नीता अपने पति को पूरा सपॉर्ट करती हैं। अमय के लिए एक सासंद के घर रेड डालना कितना चुनौतिपूर्ण होता है, रेड डालते समय उन्हें किन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, वो इस काम में सफल होते है या नहीं, ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
एक्टिंग
अजय देवगन ने अपने किरदार के साथ इंसाफ किया है। वहीं, सासंद के किरदार में सौरभ शुक्ला ने बेहतरीन काम किया है। फिल्म में रितेश शाह द्वारा लिखे गए डायलॉग्स बेहतरीन हैं। अजय और सौरभ के बीच डायलॉग डिलिवरी भी शानदार है। जब अजय, सौरभ के यहां रेड मारने जाते हैं तो सौरभ कहते हैं, 'इस घर में कई सरकारी अफसर मच्छर मारने नहीं आ सकता.. तुम रेड मारने आए हो, खाली हाथ जाओगे'। इस पर अजय का जवाब होता है, 'मैं बस ससुराल से शादी वाले दिन खाली हाथ लौटा हूं, वरना जिसके घर सुबह सुबह पहुंचा हूं कुछ लेकर ही आया हूं'। इलियाना अपने रोल में ठीक लगी है।