पुणे। 99 वर्ष के आध्यात्मिक गुरु दादा देपी वासवानी का निधन हो गया है। वो कई दिनों से बीमार चल रहे थे और गुरुवार को पुणे में उन्होंने अंतिम सांस ली। अगले महीने ही वो 100 साल के होने वाले थे। दादा वासवानी साधु वासवानी मिशन के प्रमुख थे। उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए पुणे के मिशन में रखा गया है।
साधु वासवानी उनके गुरु थे और उनके बाद दादा वासवानी ही इस मिशन के प्रमुख थे। दादा वासवानी ने हमेशा शाकाहार के प्रसार और जानवरों की रक्षा के लिए काम किया। दादा वासवानी ने अपने जन्मदिन 2 अगस्त पर दुनियाभर में शांति के पल की शुरुआत की थी। इस दिन लोग 2 मिनट के लिए मौन रखकर खुद को और सभी को माफ करते थे। उनका जन्म 2 अगस्त 1918 को हैदराबाद में हुआ था।