पुणे। महाराष्ट्र में कांग्रेस ने भंडारा गोंदिया लोकसभा उपचुनाव में इस सीट पर अपना दावा छोड़ दिया है। यहां कांग्रेस ने अपनी सहयोगी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को चुनाव लड़ने दिया है। दरअसल, कांग्रेस को आशंका है कि यदि उसने अपने नेता नाना पटोले को इस सीट से चुनाव में उतारा तो एनसीपी के कार्यकर्ताओं का एक धड़ा सहयोग नहीं करता। यही नहीं चर्चा एनसीपी कार्यकर्ताओं द्वारा बीजेपी का सहयोग करने की भी आशंका थी। माना जा रहा है कि इससे बचने के लिए ही कांग्रेस ने इस सीट पर अपना दावा छोड़ दिया है।
बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में की थी वापसी
पटोले ने बीजेपी सांसद के तौर पर इस्तीफा दे दिया और इस वर्ष के शुरू में सत्तारूढ़ दल छोड़कर कांग्रेस में लौट आए, जिसकी वजह से इस सीट पर चुनाव आवश्यक हो गया। सूत्रों ने बताया कि कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना करते हुए बीजेपी छोड़ने वाले पटोले को हराने के लिए सत्तारूढ़ दल कोई कोर-कसर नहीं छोड़ता।
क्यों कांग्रेस ने छोड़ा रण
सूत्रों के मुताबिक अगर पटोले चुनाव लड़ते तो बीजेपी उनको हराने के लिए आक्रामक अभियान चलाती। साथ ही इस तरह की स्थिति में स्थानीय एनसीपी कार्यकतार्ओं द्वारा भी बीजेपी का सहयोग करने की आशंका थी। बता दें कि भंडारा - गोंदिया के अलावा पालघर सीट पर भी उपचुनाव 28 मई को होंगे। भंडारा गोंदिया से एनसीपी ने मधुकर कुकाडे को अपना उम्मीदवार बनाया है।