सतना। वीआईपी कल्चर को खत्म करने की बातें और कोशिश कितनी भी हों लेकिन जमीन पर आकर ऐसी सभी कोशिशें धराशाई हो जाती हैं। ऐसा ही कुछ मध्यप्रदेश के सतना जिले में हुआ जहां केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के हेलिकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग के लिए बिजली विभाग ने 12 घंटे तक 20 गांव की बिजली काट दी।
जिला प्रशासन की ओर से बाकायदा इसकी जानकारी दी गई। इसमें बताया गया था कि राजनाथ सिंह के हेलिकॉप्टर की लैंडिंग के लिए करीब 24 घंटे तक बिजली की आपूर्ति रोक दी गई है, लेकिन बाद में गांव वालों के विरोध के बाद राजनाथ सिंह ने खुद इस मामले में दखल दिया।
सतना के ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
राजनाथ सिंह सतना में शहीद ठाकुर रणमत सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने आए हुए थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी उनके साथ मौजूद रहे। रणमत सिंह ने 1857 की लड़ाई में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लोहा लिया था। चौंकाने वाली बात यह कि हाल के दिनों में सतना का तापमान 40 डिग्री के पार है और ऐसी भीषण गर्मी में गांवों की बिजली काटने से ग्रामीणों का पारा और भी चढ़ गया। रविवार को जब ग्राणीणों ने बिजली विभाग के बाहर प्रदर्शन किया, तब जाकर उनके गांवों में बिजली की सप्लाई शुरू की गई।
सड़क के रास्ते आए राजनाथ
सूत्रों से पता चला कि जब गृह मंत्री को इस समस्या के बारे में पता चला तो उन्होंने सड़क के रास्ते से कोठी नगर जाने का फैसला किया। साथ ही स्थानीय प्रशासन को तुरंत इलाके में बिजली सप्लाई करने के निर्देश भी जारी किए गए।
नहीं मिला पानी, बच्चे हुए परेशान
स्थानीय लोगों ने बताया कि बिजली न आने से 20 गांवों में पानी सप्लाई भी बंद हो गई। घरों पर बच्चे गर्मी से परेशान रहे। यह पहली बार नहीं है जब कि आम आदमी किसी वीआईपी दौरे के कारण परेशान हुए, 2016 में सिहोर के किसान सुरेश परमार ने आरोप किया था कि पीएम मोदी के दौरे के कारण उसे अपने खेत में फसल काटनी पड़ी थी।