सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के अरी थाना क्षेत्र में पुलिस को देख कर भाग रहे जुआरियों में से एक की बिना मुंडेर के कुएं में गिरने से मौत हो गई। इस मामले में तीन आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अरी गांव के गोंडी मोहल्ला में धर्मेंद्र उइके अपने दो सगे भाइयों जितेंद्र उइके, नितेंद्र उइके, एवं चचेरे भाई दीनू उइके, मुकेश उइके और बसंत मेश्राम के साथ जुए का दांव लगा रहा था। मौके पर एक अन्य व्यक्ति संग्राम उइके भी मौजूद था। पुलिस ने वहां दबिश दी।
पुलिस को देख सभी जुआरी वहां से भागे, इनमें से धर्मेंद्र बिना मुंडेर के कुएं में गिर गया। इसमें डूबने से उसकी मौत हो गई। घटना के बाद गांव के आक्रोशित ग्रामीणों ने अरी पुलिस थाने का घेराव किया। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस विभाग ने थाना बरघाट और नजदीकी थानों से बल बुलाया। इसके बाद स्थिति नियंत्रण में आयी। ग्रामीणों का कहना था कि दोषी पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल खांडेल की समझाइश के बाद ग्रामीण माने और हंगामा शांत हुआ।
खांडेल ने बताया कि कल हुए घटनाक्रम के बाद स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है। ग्रामीणों की मांग के अनुसार इस प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी अनुविभागीय पुलिस अधिकारी बी एस परतेती को दी गई है। तत्काल तीन पुलिस आरक्षकों सीताराम सनोड़िया, राजलाल भलावी और कमलेश राहंगडाले को निलंबित कर दिया गया है। जांच उपरांत आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। मृतक धर्मेंद्र के शव का अंतिम संस्कार आज करा दिया गया है।