रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के ग्राम डेलनपुर से पिछले पांच दिनों से लापता युवक महेन्द्र पोरवाल की हत्या में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि 11 फरवरी से डेलनपुर निवासी महेन्द्र पोरवाल (19) लापता था। उसके गायब होने के बाद उसके परिजनों के पास पांच लाख रुपए की फिरौती के लिए फोन आया था। यह कॉल लापता महेन्द्र के मोबाइल फोन से ही किया गया था।
जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि अपहृत महेन्द्र पोरवाल का कुछ दिनों पूर्व गांव के ही किशोर पाटीदार से विवाद हुआ था। किशोर की दोस्ती महेन्द्र के रिश्ते की बहन से थी और इसी वजह से दोनों के बीच विवाद हुआ था। पुलिस ने किशोर और अन्य संदेहियों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल लिया। किशोर ने पुलिस को बताया कि उसने अपने मित्र रवि उर्फ प्रदीप प्रजापत की मदद से महेन्द्र की हत्या की थी। वह और रवि, महेन्द्र को अपने मामा बनवारीलाल प्रजापत के इसरथूनी रोड स्थित कुएं पर ले गए थे। वहां उन्होंने शराब पी और बाद में गला घोंटकर महेन्द्र की हत्या कर दी।
लाश को पत्थरों से बांध कर कुएं में फेंक दिया। आरोपी ने बताया कि हत्या के बाद पुलिस को भटकाने और भ्रमित करने के लिए मृतक के ही मोबाइल फोने से ही हत्या के चार दिन बाद पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी और फिरौती न देने पर हत्या करने की धमकी दी। इसके बाद दृश्यम फिल्म से प्रेरणा लेकर मोबाइल फोन को चालू अवस्था में ट्रक में फेंक दिया। जिसकी लोकेशन का पीछा करते हुए पुलिस ने जुलवानिया के पास एक ट्रक से उसे बरामद किया था। आरोपियों की निशानदेही पर इसरथूनी रोड स्थित कुएं से महेन्द्र की लाश बरामद की गई। पुलिस ने दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।