रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा के संभागायुक्त डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा कि दिव्यांगों के लिए अवरोध मुक्त, अधिकार युक्त वातावरण निर्मित करना हमारा कर्तव्य है। डा भार्गव ने बात आज यहां दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 के क्रियान्वयन के संबंध में जनपद पंचायत सीईओ एवं नगरीय निकायों के सीएमओ की संभागीय समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए रीवा संभाग के समस्त शासकीय एवं सार्वजनिक भवनों में बाधारहित रैम्प, रेंलिंग एवं सुगम शौचालय बनाये जाने की कार्यवाही 15 नवम्बर तक पूर्ण कर ली जाये। उन्होंने कहा कि रैम्प बनने के पूर्व एवं रैम्प बनने के बाद के फोटोग्राफ्स अनिवार्य रूप से संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण कार्यालय को भेजें। रैम्प सहज, सरल हो जिससे दिव्यांगजन आसानी से उस पर चल सकें।
उन्होंने कहा कि जहां रैम्प सही नहीं बने हैं तो उन्हें तोड़कर निर्धारित मानक के अनुसार रैम्प बनवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनपद पंचायतों के अंतर्गत आने वाले सभी शासकीय व सार्वजनिक भवनों में रैम्प बने होना चाहिए। इसकी जिम्मेदारी सीईओ जनपद पंचायत की होगी। उन्होंने कहा कि सीईओ जनपद स्थल का निरीक्षण जरूर करें जिससे वास्तविक स्थिति मालूम चल सके। उन्होंने कहा कि सभी जनपद सीईओ ग्राम पंचायत भवनों का शत-प्रतिशत निरीक्षण करें।
इसी तरह सभी सीएमओ नगरीय निकायों के भवनों का शत-प्रतिशत निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक भवनों के बनवाये जाने की अनुमति में अनिवार्य रूप से रैम्प बनवाये जाने का उल्लेख करें। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं होना चाहिए तभी बाधारहित वातावरण का निर्माण हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ रैम्प बनवाना ही बाधारहित वातावरण का तात्पर्य नहीं है। दिव्यांगजनों को शासन की योजनाओं का लाभ भी ठीक ढंग से मिलना चाहिए।