भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इस मानसून सीजन में बारिश का आल टाइम का 1686.4 मिलीमीटर का रिकार्ड आज टूट गया। मौसम विज्ञान भोपाल केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पी के साहा ने यूनीवार्ता को बताया कि भोपाल में आज दोपहर ढाई बजे तक 1688.9 मिमी बारिश हो चुकी है और वर्षा का क्रम जारी है। तेरह साल पहले वर्ष 2006 में मानसून सीजन में 30 सितंबर तक 1686.4 मिमी बारिश हुई थी, जो अब तक ऑल टाइम रिकार्ड माना जा रहा था। विभाग के एक अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिक ए के शुक्ला ने बताया कि वर्ष 1980 से 2019 के बीच उपलब्ध आंकडों के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून जून से सितंबर के बीच भोपाल में सर्वाधिक वर्षा 1688.9 मिमी आज 1430 बजे तक हुई है, जो सर्वाधिक वर्षा 2006 में 1686.4 मिमी से अधिक है।
प्रदेश में आज नौगांव में 35 मिमी, जबलपुर में 34.5 मिमी, रायसेन में 27 मिमी, खजुराहो में 16 मिमी, भोपाल में 11.9 मिमी तथा कुछ अन्य क्षेत्रों में भी वर्षा हुई है। पिछले चौबीस घंटों में भी उमरिया में 75.8 मिमी, खंडवा में 55 मिमी, खजुराहो में 37 मिमी, सिवनी, मंडला एवं दमोह में 35 मिमी, उज्जैन में 34 मिमी एवं पचमढ़ी में 31.8 मिमी वर्षा हुई है। साहा ने बताया कि प्रदेश में मानसून सक्रिय है। कल पूर्वी मध्यप्रदेश पर बना हुआ चक्रवाती घेरा आज दक्षिणी मध्यप्रदेश पर एवं इसकी सीमा से लगे महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र पर वायुमंडल में 0.9 किमी की ऊचाई पर छा गया है तथा द्रोणिका भी इसी क्षेत्र से होकर बंगाल की खाडी तक जा रही है। इस बीच मौसम विभाग बताया कि अगले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश में अनेक स्थानों पर वर्षा होने तथा पन्ना, सागर, छतरपुर, दमोह, विदिशा, रायसेन, रीवा, सतना, नरसिंहपुर, हरदा, होशंगाबाद, खंडवा एवं राजगढ़ जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश होने की आशंका है।