मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में चम्बल नदी में आई बाढ़ से गिरे 27 गांवों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिला कलेक्टर प्रियंका दास ने इसके लिए स्वास्थ्य, पी.एच.ई, बैटनरी और महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला अधिकारियों को 27-27 टीमें गठित कर तत्काल संबंधित गांव में भेजने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पोरसा विकासखण्ड के ग्राम नयापुरा, भूप का पुरा, रामगढ़, इन्द्रजीत का पुरा, सुखध्यान का पुरा चुसलई, नयावांस, अम्बाह विकासखण्ड के ग्राम मलन का पुरा, घेर, कुथियाना, किसरौली, धनीराम का पुरा, गोस बसई, गिलियापुरा खिरेटा, बंधा, मुरैना विकासखण्ड के ग्राम नदुआ पुरा, भानपुर, गया का पुरा, सबलगढ के ग्राम टपरा, राधेन, गोदोली धुर्र, कोडेंरे का पुरा, जौरा विकासखण्ड के ग्राम होरावर, बनसैनी, वरवासिन, तितौरी ग्राम चिन्हित किये गये है। इन गांव के लिये स्वास्थ्य विभाग 27 टीमें गठित करें।
इसमें एक टीम में डॉक्टर, एम.पी.डब्ल्यू और ए.एन.एम उपस्थित रहें। जिसमें लगातार 5 दिन तक हर व्यक्ति का चेकअप हो। जिसमें डेंगू, सर्दी-बुखार, बी.पी., मलेरिया आदि की जांच की जाये। पीड़ितों को मौके पर उपचार करें। इसी प्रकार पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का दल गठित करें। वे इन गांव में पहुंचकर समस्त पशुओं का टीकाकरण, बैक्सीन आदि कार्य 5 दिवस के अन्दर पूरे गांव में करें। कलेक्टर ने कहा कि पी.एच.ई विभाग के इन गांव में पेयजल श्रोतो का परीक्षण करें। आवश्यकतानुसार पेयजल को शुद्ध करने के लिये क्लोरीन आदि की गोलियां डलवायें। जिससे लोग पेयजल श्रोतो से पेयजल पीकर बीमार न हों। उन्होनें जिला महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला अधिकारी को निर्देश दिये कि वे 27 गांव में सुपरवाइजर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की टीम गठित करें। यह टीम इन गांव में पहुंचकर गर्भवती मातायों का परीक्षण करें, उन्हें किसी भी प्रकार की पेयजल आदि से गर्भावस्था में असुविधा न हो।