भिंड। मध्यप्रदेश के भिंड जिले में एक प्रसूता की मौत के बाद सिविल सर्जन ने एक नर्स को निलंबित करते हुए पूरे मामले की जांच के लिए दो डॉक्टरों की एक जांच समिति गठित की है। परिजन का आरोप है कि उनकी सहमति के बिना नर्सों ने प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला का सिजेरियन करने की कोशिश की। इसी दौरान प्रसूता के पेट पर दबाव पड़ने और ज्यादा खून बह जाने से मां और बच्चे की मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि सिविल सर्जन डॉ. अजीत मिश्रा ने एक नर्स नाहिदा बुसरा को निलंबित किया है। मेटरनिटी इंचार्ज तीन चिकित्सकों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
सूत्रों के मुताबिक बरासों थाने के गढपारा गांव लल्लाजू का पुरा निवासी अवनीशा बघेल (23) प्रसव पीडा होने पर 23 अगस्त की शाम जिला अस्पताल में भर्ती हुई थी। देर रात्रि नर्सों ने अवनीशा को सामान्य प्रसव के लिए लेबर रूम में बुलाया। आरोप है कि कल तड़के उसे पीडा होने पर नर्सों ने पेट पर दबाव दिया और सीजर की तैयारी की। सास के विरोध करने पर महिला को लेबर रूम से बाहर कर दिया। कुछ देर बाद महिला को प्रसूता की मौत की जानकारी दे दी गई। इसी दौरान नवजात की भी मौत हो गई। सिविल सर्जन डॉ. अजीत मिश्रा ने जांच के लिए दो सदस्यीय डॉक्टरों की टीम का गठन किया है। जांच रिपोर्ट कलेक्टर छोटे सिंह को भेजी जाएगी।