भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके पंद्रह वर्षों के कार्यकाल में भ्रष्टाचार और कुशासन रहा और उन्हें पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए था। इसके साथ ही ओझा ने गंभीर आरोप लगाया कि राज्य में अघोषित बिजली कटौती करवाकर भाजपा लोकसभा चुनाव में इसका फायदा लेना चाहती है। उसकी यह साजिश जनता के सामने प्रमाणित हो चुकी है।
ओझा ने कांग्रेस की ओर से जारी विज्ञप्ति में चौहान के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि 15 वर्षों के भ्रष्टाचार, जंगलराज, कुशासन और प्रदेश के अवरुद्ध विकास के लिए जिस भाजपा सरकार को अभी चार महीने पहले ही जनता ने उखाड़ फेंका है, उस 'निक्कमी सरकार' के मुखिया रहे चौहान को ऐसा बयान देने से पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए था, आत्मावलोकन करना चाहिए था। ओझा ने कहा कि बेहतर होता कि यह बयान देने की बजाय चौहान, अपने 15 साल के 'जंगलराज', जिसमें व्यापमं, ई-टेदरिंग, अवैध उत्खनन,सिंहस्थ, शिक्षा-चिकित्सा, मध्यान्ह भोजन जैसे अनेक घोटाले हुए। 21 हजार किसानों ने आत्महत्याएं कीं।
हजारों महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुए। इन पर कोई ‘‘प्रायश्चित पत्र’’ लाते। वे प्रदेश की जनता के सामने यह बताते कि उनके पूरे कार्यकाल में मध्यप्रदेश भ्रष्टाचार, कुपोषण, महिला अपराधों में 'नंबर वन' क्यों बना रहा। ओझा ने कहा कि बिजली कटौती की बात करने वाले चौहान और भाजपा का असत्य तब सामने आया, जब सीहोर में पदस्थ एक सहायक अभियंता, बिना कारण के बिजली सप्लाई बंद कर देता था और भाजपा समर्थकों से फेसबुक और सोशल मीडिया पर कांग्रेस सरकार के खिलाफ असत्य और अनर्गल टिप्पणी करवाता था। सत्तारूढ़ दल कांग्रेस की नेता ने कहा कि ऐसा ही एक मामला उज्जैन के बिजली विभाग के अधिकारी भावसार का है, जिसने जनता में कांग्रेस के प्रति नाराजगी फैलाने के लिये बिजली बिलों के बकायादारों की संपत्ति कुर्क करने का फरमान जारी कर दिया।
जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस सरकार ने बकायादारों की संपत्ति कुर्क करने और कर वसूली पर रोक लगा रखी है। इससे साफ है कि बिजली की अघोषित कटौती कराकर भाजपा लोकसभा चुनाव में इस मुद्दे का फायदा उठाना चाहती थी। उसकी यह साजिश अब जनता के सामने प्रमाणित हो चुकी है। ओझा ने कहा कि प्रदेश और देश की जनता अब समझ चुकी है कि दोहरे चरित्र वाली भाजपा केवल असत्य, फरेब और जुमलों की राजनीति करती है। उसके ये हथकंडे अब काम नहीं आने वाले है। भाजपा से परेशान जनता ने प्रदेश में तो उसे सबक सिखा ही दिया, अब केंद्र की बारी है।