भिंड। मध्यप्रदेश के भिंड जिले में एक ऑटो शोरूम के उप महाप्रबंधक (डीजीएम) पर गोलीबारी करने और बाद में उनसे 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने शोरूम के दो पूर्व कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। मालनपुर पुलिस सूत्रों ने बताया कि शोरूम के डीजीएम एनएमक्यू शमसी पर फायरिंग करने और फोन कर 10 लाख रुपए मांगने के केस में 20 मार्च को दो आरोपी पकड़ लिए गए। दोनों ग्वालियर के रहने वाले हैं। दोनों पूर्व में शोरूम में ही कर्मचारी रहे हैं।
एक आरोपी 7 साल पहले निकाला गया था और दूसरा हाल में निकाला गया है। पुलिस अधीक्षक रूडोल्फ अल्वारेस ने बताया कि डीजीएम को धमकाने से पहले आरोपी ग्वालियर के कई व्यापारियों को रंगदारी के लिए धमका चुके हैं। पकडे गए आरोपियों के तीन साथी फरार हैं। इन पर 5-5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। आरोपियों से पुलिस ने कई हथियार भी बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपियों की पहचान अनुबंध पर रखे गए कर्मचारी आशीष शर्मा और जीतू परमार के तौर पर की है।
आरोपियों के तीन साथी गौरव राठौर, शेर सिंह और हरीश भार्गव फरार हैं। एसपी अल्वारेज ने कहा कि इस तरह की वारदात से बचने के लिए फैक्टरी या अपनी शॉप पर नौकरी देने से पहले पुलिस से कर्मचारी का चरित्र सत्यापन जरूर मांगें। डीजीएम की कार पर 10 मार्च को गोलीबारी हुई थी। इसके बाद 14 मार्च को उनके फोन पर रंगदारी के लिए फोन आया था।