भोपाल। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले में शहीद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को आज मध्यप्रदेश विधानसभा में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके सम्मान में कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इसके अलावा सदन में आतंकवादी हमले के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पारित कर इस कायराना हमले की कड़ी भर्त्सना और निंदा की गई। सदस्यों ने कहा कि आतंकवाद के खात्मे के लिए दृढ़ कदम उठाए जाने चाहिए। इसके पहले विधानसभा का चार दिवसीय सत्र शुरू होते ही अध्यक्ष एन पी प्रजापति ने पुलवामा हमले में शहीद जवानों को सदन की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री जार्ज फर्नांडीज और भानुप्रकाश सिंह के अलावा पूर्व सांसद जितेंद्र सिंह बुंदेला एवं सदन के पूर्व सदस्य घनश्याम पाटीदार, लोकेंद्र सिह तोमर, मोहन सिंह बुंदेला और कृष्णवल्लभ गुप्ता के निधन का उल्लेख भी किया और सभी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। सदन के नेता एवं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि जवानों की शहादत हमेशा याद रखी जाएगी। उन्होंने इस हमले में शहीद राज्य के जबलपुर जिला निवासी अश्विनी कुमार के नाम का भी जिक्र किया और उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने दिवंगत नेताओं को भी श्रद्धांजलि दी।
विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही आतंकवादी हमले के विरोध में निंदा प्रस्ताव पेश किया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य वक्ताओं ने भी शहीद जवानों और दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही निंदा प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित करने का अनुरोध किया। अध्यक्ष ने सदस्यों की भावनाओं के अनुरूप सभी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ आतंकवादी हमले के खिलाफ लाए गए निंदा प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कराया।
इसके बाद सदन में दो मिनट का मौन रखा गया और अध्यक्ष ने कार्यवाही बुधवार सुबह ग्यारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सदन में मंगलवार को संत रविदास जयंती के कारण अवकाश है। आज प्रारंभ हुआ सत्र गुरूवार तक चलेगा। चार दिवसीय सत्र में तीन बैठकें सोमवार के अलावा बुधवार और गुरूवार को प्रस्तावित हैं। आज की कार्यसूची के अनुसार सदन में आज वित्त वर्ष 2018 19 के लिए तृतीय अनुपूरक बजट और वर्ष 2019 20 के लिए लेखानुदान भी पेश किया जाना था। सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाने के कारण कार्यसूची में शामिल विषयों को अब बुधवार को लिया जाएगा। नवगठित पंद्रहवीं विधानसभा का यह दूसरा सत्र है।