अक्सर ज्यादातर छात्र सोचते हैं कि कॉमर्स और साइंस में आगे काफी स्कोप है लेकिन आर्ट्स में नहीं है। अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो बता दें ऐसा बिल्कुल नहीं है। आप स्ट्रीम चाहे कोई भी लें, फ्यूचर हर स्ट्रीम में है। इसलिए अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए किस विषय को पढ़ना ठीक होगा इसके लिए अपने टीचर्स या दोस्तों से बात अवश्य करें। अगर आपको कुछ भी समझ नहीं आ रहा है तो आप कॅरियर काउंसलर की मदद ले सकते हैं। उनसे बात करके डिसाइड करें कि आपके फ्यूचर के लिए कौनसी स्ट्रीम बेस्ट है। आपके 10वीं में 90% मार्क्स आएं हैं और आपको आसानी से साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम मिल सकती है, लेकिन आपका इंटरेस्ट आर्ट्स में है तो बिना लोगों की परवाह किए आर्ट्स स्ट्रीम को चुन लें।
साइंस स्ट्रीम : साइंस स्ट्रीम में जाने वाले स्टूडेंट्स को इंग्लिश, फिजिक्स और केमिस्ट्री अनिवार्य सब्जेक्ट के रूप में लेने होते हैं। इसके अलावा, उनके पास चॉइस होती है कि वे एक वोकेशनल सब्जेक्ट के साथ बायॉलजी चुन लें या मैथ्स लें। वे बिना वोकेशनल सब्जेक्ट के बायॉलजी और मैथ्स भी चुन सकते हैं। जिन स्टूडेंट्स को 12वीं के बाद इंजिनियरिंग करनी है, उन्हें मैथ्स चुनना चाहिए। जो मेडिकल लाइन में जाना चाहते हैं, उन्हें बायॉलजी।
कॉमर्स स्ट्रीम: कॉमर्स के स्टूडेंट्स को अकाउंट्स, बिजनेस स्ट्डीज, इंग्लिश, इकनॉमिक्स पढ़ने होते हैं। इसके अलावा मैथ्स, सोश्यॉलजी या साइकॉलजी में से कोई एक सब्जेक्ट ले सकते हैं।
ह्यूमैनिटीज (आर्ट्स) : इसमें कंपलसरी सब्जेक्ट हैं इंग्लिश और एक सेकंड लैंग्वेज जैसे फ्रेंच, संस्कृत या हिंदी। आॅप्शनल सब्जेक्ट में पॉलिटिकल साइंस, सोश्यॉलजी, ज्यॉग्रफी, साइकॉलजी आदि शामिल है।