बारिश के दिनों में हमें अपने घर की विशेष देखभाल करने की जरूरत होती है। बारिश के मौसम में फिसलन से लेकर करंट लगने तक की दुर्घटनाएं होती हैं। बरसात के मौसम में सब से ज्यादा दुर्घटनाएं बिजली के करंट से होती हैं। इससे बचना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है। बस थोड़ी-सी सावधानी जरूरी है।
घरेलू उपकरणों की सर्विसिंग करा कर ही उन्हें इस्तेमाल में लाएं। मिक्सर ग्राईंडर, वॉशिंग मशीन, ओवन, गीजर, एयर कंडीशनर, पंखे और कूलर आदि में गर्मी के मौसम में काफी मात्रा में धूल जमा हो जाती है एवं जंग लग जाता है। मौसम में आई नमी जंग बढ़ाती है, सो इससे बचने के लिए इन्हें साफ कर के रखें।
यदि कम्प्यूटर या टीवी खिड़की के पास रखे हों, तो उन्हें वहां से हटा कर ऐसी जगह रखें, जहां बारिश का पानी उन पर न पड़े। पॉवर पॉइंट एवं कट आऊट्स के तारों की जांच कराएं, क्योंकि वॉल्टेज के उतार-चढ़ाव का पहला प्रभाव इन्हीं पर पड़ता है।
अक्सर बरसात के मौसम से ही कूलर चलने बंद हो जाते हैं। इसलिए कूलर की सर्विसिंग के बाद उसे पेंट करा कर रखें, ताकि अगले साल इस्तेमाल करने में सुविधा रहे। यदि आपके घर में कुत्ता या कोई पक्षी है, तो उस पर भी ध्यान दें। पक्षी के पिंजरे की सफाई कर उसे सीधी हवा वाली जगह से हटाएं तथा पिंजरे में बुरादा या नमी सोखने वाली कोई दूसरी चीज डालें। कुत्ते के रहने की जगह को साफ करें तथा उसके खाने के बर्तन भी बदल दें।
बारिश के दिनों की नमी अनाज एवं मसालों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। सभी डिब्बों को खाली कर उनके अनाज, दालों एवं मसालों को धूप में सुखाएं। सूखने पर उन्हें डिब्बों में भर कर एयर टाइट करके रखें, ताकि नमी एवं फफूंद उन्हें नुकसान न पहुंचा सकें। अनाज के डिब्बों में नुक्सान रहित फफूंद नाशक दवा अर्थात नीम की पत्तियां इत्यादि भी मिलाएं।