इपोह/(मलेशिया)। भारत के पास गत चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ 52वें मिनट तक एक गोल की बढ़त थी लेकिन उसने बार बार मौके गंवाते हुए 27वें सुल्तान अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट में रविवार को इंग्लैंड से 1-1 का ड्रॉ खेल लिया। भारत को ओलंपिक चैंपियन और विश्वक की दूसरे नंबर की टीम अर्जेंटीना से शनिवार को 2-3 की पराजय मिली थी और आज 52वें मिनट तक 1-0 से आगे रहने के बावजूद उसे इंग्लैंड से अंक बांटने के लिए मजबूर होना पड़ा। भारत के इस ड्रॉ के बाद दो मैचों से एक अंक है।
भारत को अभी मंगलवार को विश्व चैंपियन आॅस्ट्रेलिया, बुधवार को मलेशिया और शुक्रवार को आयरलैंड से खेलना है। इस ड्रॉ ने भारत के सामने खिताबी मुकाबले में पहुंचने के लिए मुश्किलें पैदा कर दी है। भारत ने मैच में अच्छी शुरुआत की और पहला क्वार्टर समाप्त होने से एक मिनट पहले बढ़त बना ली। अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेल रहे शिलानंद लाकड़ा ने 14वें मिनट में मैदानी गोल कर भारत को 1-0 से आगे कर दिया।
इंग्लैंड ने बराबरी पर आने की भरपूर कोशिश की और उसे कामयाबी चौथे क्वार्टर में जाकर मिली। मैच के 52वें मिनट में मिले पेनल्टी स्ट्रोक पर इंग्लैंड के लिए मार्क ग्लेगॉर्न ने बराबरी का गोल दाग दिया। मैच के शेष आठ मिनट में फिर कोई भी टीम विजयी गोल नहीं दाग सकी।
भारत के लिए यह ड्रॉ काफी निराशाजनक रहा लेकिन इस ड्रॉ के लिए भारतीय टीम खुद भी जिम्मेदारी रही। उसने एक-दो नहीं बल्कि नौ पेनल्टी कार्नर बर्बाद किए। कोई भी टीम इतने पेनल्टी कार्नर बर्बाद कर मैच जीतने के बारे में नहीं सोच सकती। भारतीय टीम प्रबंधन के लिए इतने पेनल्टी कार्नर बर्बाद होना बड़ी चिंता का विषय रहेगा क्योंकि इस साल उसे अप्रैल में राष्ट्रमंडल खेल, अगस्त में एशियाई खेल और नवंबर-दिसंबर में विश्वकप में हिस्सा लेना है।