बेंगलुरु। भारतीय हॉकी टीम के अुनभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने कहा है कि गोलकीपरों के लिए सात दिनों तक चला विशेष राष्ट्रीय शिविर भारतीय गोलकीपरों के कौशल में सुधार करेगा जो उनके प्रदर्शन में मददगार साबित होगा। श्रीजेश के साथ गोलकीपर कृष्णा बी पाठक, सूरज करकेरा, जुगराज सिंह, पारस मल्होत्रा, जगदीप दयाल, पवन, प्रशांत कुमार चौहान और साहिल कुमार नायक इस शिविर में शामिल थे। श्रीजेश ने कहा, ‘‘हमने इस शिविर में पेनल्टी कार्नर और शूटआउट के परिदृश्य पर अपना ध्यान केंद्रित किया। इस साल होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर्स के पहले टीम की तैयारियों को देखते हुए हॉकी इंडिया की यह पहल काफी मददगार साबित होगी। डेनिस छोटी-छोटी गलतियों को बखूबी समझाते हैं। मुझे यकीन है कि इस शिविर से युवा खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की जरुरतों को समझेंगे।’’
शिविर का आयोजन डेनिस वान डी पोल के मार्गदर्शन में हुआ। डेनिस ने कहा, ‘‘जब मैं इस शिविर के लिए यहां आया तो मुझे लगा कि श्रीजेश, कृष्णा, सूरज और अन्य गोलकीपरों के बीच असमानता होगी क्योंकि वे लोग इन खिलाड़ियों की तरह अनुभवी नहीं है लेकिन इन खिलाड़ियों ने मुझे अपने कौशल और प्रतिभा से हैरत में डाल दिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘श्रीजेश जैसे कई अनुभवी खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को सुधारने को लेकर कई सवाल पूछते हैं और यह अच्छी बात है कि युवा खिलाड़ी इन बातों पर गौर करते हैं। हमने हॉलैंड में सीनियर और जूनियर टीम के गोलकीपर के शिविर करवाए हैं जो प्रदर्शन सुधारने में काफी मदद करते हैं।’’