टहलने को व्यायाम का सबसे आसान और प्रभावी तरीका माना जाता है। यह सच भी है, लेकिन अगर एक कदम बढ़ना भी आपके लिए मुश्किल हो जाए तो? अमेरिकन ऑर्थोपेडिक फुट एंड एंकल सोसाइटी के मुताबिक लगभग 80 प्रतिशत महिलाओं को पैरों में दर्द की समस्या होती है। वहीं पुरुषों में भी ये आम है। गठिया या ओस्टियोपोरोसिस के अलावा भी दर्द के कई कारण होते हैं।
एक जूता, कई इस्तेमाल
फिटनेस से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों के लिए अलग-अलग तरह के जूते होते हैं, जो उसी फिटनेस की गतिविधि को ध्यान में रखकर तैयार किए जाते हैं। अपने व्यायाम की प्रकृति के अनुरूप ही जूतों का चुनाव करना चाहिए। एक ही तरह के जूते सब गतिविधियों में इस्तेमाल करना दर्द का कारण बन सकता है।
आराम नहीं फैशन को तरजीह देना
फैशनेबल दिखने की चाहत में पैरों की सेहत से समझौता करना ठीक नहीं। एक साथ लंबे समय तक ऊंची एड़ी के जूते पहनने से बचें। पतले व कड़े सोल वाले जूते ना पहनें। सामने की ओर से नुकीला फुटवियर पहनने से पैर की उंगलियों पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे तलवे या पैर की हड्डियों में गांठ पड़ सकती है। पैर की नसों में सूजन हो सकती है। यहां तक कि पैर की उंगलियों का आकार भी बिगड़ सकता है।
वजन बढ़ना
अगर खानपान और नियमित व्यायाम पर ध्यान ना दिया जाए तो धीरे-धीरे वजन कब बढ़ जाता है, पता ही नहीं चलता। यह बढ़ा हुआ वजन पैरों के दर्द का कारण बन सकता है। पैर पूरे शरीर का वजन उठाते हैं। अगर वजन लंबाई के अनुपात में ज्यादा हो तो पैरों पर ज्यादा दबाव पड़ता है और उनमें दर्द होने लगता है। गर्भावस्था के दौरान भी पैरों पर ज्यादा बल पड़ने से उनमें नियमित दर्द रहता है।
गलत फुटवियर पहनना
अगर आप सालों से एक ही साइज के फुटवियर पहन रहे हैं तो यह सही नहीं। प्रेग्नेंसी व बढ़ती उम्र के साथ पैरों का आकार बदलता रहता है। फुटवियर खरीदते समय पैरों का आकार नापकर ही जूते लें। फुटवियर की खरीदारी के लिए हमेशा सुबह की जगह दोपहर या शाम को जाएं। दोपहर में पैरों में हल्की सूजन आ जाती है। ऐसे में वह पैरों में तंग रहेगा।
आजमाएं ये उपाय
बर्फ वाले पानी या बर्फ से पैरों की सिंकाई करें। बर्फ की सिंकाई से पैरों में सूजन व दर्द में आराम मिलता है।
तलवे के नीचे एक मुलायम बॉल रखें और उसे तलवे की मदद से धीरे-धीरे आगे-पीछे करें।
गुनगुने पानी में पैरों को कुछ देर डुबोकर रखें। ज्यादा गर्म न लें, इससे दर्द बढ़ जाएगा।
फुटवियर की क्वालिटी और आकार से समझौता न करें।
अगर दर्द लगातार रहता है तो विशेषज्ञ की मदद लें। पैरों के लिए कस्टमाइज्ड फुट कुशन बनवाएं। इससे पैरों पर शरीर का वजन संतुलित तरीके से पड़ेगा।