ग्वालियर। एक बार फिर 9 अगस्त को कथित भारत बंद से ग्वालियर का जिला प्रशासन और पुलिस के अफसर फुल अलर्ट मोड पर आ गए हैं। यह बंद ठीक 2 अप्रैल की ही तरह एससी, एसटी कानून के लिए दलित संगठनों द्वारा बंद बुलाया गया है। 2 अप्रैल को हुई हिंसक घटनाओं से सबक लेते हुए अब जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के सामने ऐसे लोगों के मंसूबों को नाकाम करने की चुनौती है जो बंद की आड़ में हिंसक घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में है। लिहाजा ऐसे लोगों को धर दबोचने के लिए गुप्तचरों को एक्टिव किया गया है।
इसके साथ ही कलेक्टर अशोक वर्मा और एसपी नवनीत भसीन ने जिले के सभी लोगों से अपील की है कि समाज विरोधी गतिविधि दिखाई देने पर फौरन उसकी सूचना दें। एसपी ने भरोसा दिलाया है कि सूचना देने वाले नाम पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा। इस पूरी कवायद का मकसद जिले में अमन-चैन और भाईचारा कायम रखना है। 9 अगस्त को इंटरनेट सेवा प्रभावित हो सकती है।
एसपी नवनीत भसीन ने बताया कि 9 अगस्त को कथित भारत बंद को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस हाई अलर्ट है। किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। इसी कड़ी में 9 अगस्त को ग्वालियर जिले की इंटरनेट सेवाएं भी बंद की जा सकती है।
प्रशासन सतर्क
हालांकि इसको लेकर अभी जिला प्रशासन मंथन कर रहा है लेकिन 4 महीने पहले 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान ग्वालियर जिले में हुई हिंसक घटनाओं के पीछे मुख्य कारण अफवाहों को तेजी से सोशल मीडिया पर प्रसारित होना पाया गया था। लिहाजा माना जा रहा है कि कथित भारत बंद के दौरान 9 अगस्त को एक बार फिर ऐहतियात के लिए इंटरनेट सेवाओं को बंद रखा जा सकता है। हालांकि किसी भी हाल में इस बार हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर अभी से नजर रखना शुरू कर कर दी गई है। इसके अलावा विभिन्न सामाजिक गतिविधियों की निगरानी भी रखी जा रही है।