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वाट्सएप के नए फीचर की टेस्टिंग शुरू- 1 बार में सिर्फ होंगे 5 चैट्स फारवर्ड

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 21 2018 12:14PM | Updated Date: Jul 21 2018 12:15PM
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नई दिल्ली। वाट्सएप  ने फर्जी संदेशों व खबरों  के प्रसार से छुटकारा पाने के लिए बड़ा कदम उठाते हुए एक नए फीचर पर परीक्षण शुरू किया है। इस फीचर में वाट्सएप  पर शेयर किए जाने वाले सभी प्रकार के संदेश को फारवर्ड करने की सीमा सेट की जाएगी। वाट्सएप  की तरफ से शुक्रवार को कहा गया है कि एक बार में पांच चैट्स ही फारवर्ड किए जा सकेंगे। इसके साथ ही  क्विक फारवर्ड बटन को भी खत्म किया जा रहा है जिसका विकल्प मीडिया संदेश के बाद होता है। अभी तक वाट्सएप में एक संदेश का चयन करके उसे काफी  लोगों को फारवर्ड किया जा सकता है। सीमा खत्म हो जाने पर संदेश आगे भेजने का विकल्प खत्म हो जाएगा।
 
सरकार ने जारी किया था नोटिस
सरकार ने वाट्सऐप को गुरुवार को एक और नोटिस भेजकर फर्जी और भ्रामक संदेशों के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा था। सरकार ने चेतावनी दी है कि अफवाहों के प्रसार का जरिया बनने वाले भी दोषी माने जायेंगे और उपाय नहीं किए जाने पर उन्हें भी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। हाल के दिनों में वाट्सएप के फारवर्डेड मैसेजेस के कारण कई हिंसक घटनाएं हुईं और उन्होंने विकराल रुप धारण कर लिया। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने तीन जुलाई को भी वाट्सएप से कहा था कि कंपनी को अपने प्लेटफार्म का बेजा इस्तेमाल होने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।
 
भारत में सबसे ज्यादा मैसेज फारवर्ड
भारत में वाट्सएप पर दुनिया के किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा वीडियो और मैसेज फॉरवर्ड किए जाते हैं। नए अपडेट के बाद वाट्सएप पर मैसेज को तुरंत फॉरवर्ड भी नहीं किया जा सकेगा। इसके लिए एक समय सीमा तय की जा रही है। साथ ही भारतीय यूजर्स जहां एक बार में सिर्फ पांच ग्रुप में ही किसी मैसेज को फॉरवर्ड कर सकेंगे, वहीं अन्य देशों के यूजर्स एक बार में 20 अलग-अलग ग्रुप में किसी मैसेज या वीडियो का फॉरवर्ड कर सकेंगे।
 
विधानसभा चुनावों में नया टूल
वॉट्सएप अपने फेक न्यूज वेरिफिकेशन टूल को इस साल के आखिरी में होने वाले मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल करेगा। इसके बाद इसे 2019 के लोकसभा चुनाव में भी इस्तेमाल किया जाएगा ताकि वोटिंग पर फेक न्यूज का असर न पड़े।
 
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