नई दिल्ली। यूजर्स की प्राइवेसी की सुरक्षा के लिहाज से फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी वाट्सएप में कई बड़े बदलाव हुए हैं। अब वाट्सएप 16 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए एप के इस्तेमाल को बैन करने जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूरोपियन डाटा प्राइवेसी रूल्स के मुताबिक 25 मई से वाट्सएप उम्र सीमा को 3 साल के लिए बढ़ा रहा है। आने वाले कुछ हफ्तों में यूरोप में जब एप में लॉग-इन किया जाएगा तो नए नियम और शर्तों को मानने के लिए उम्र कन्फर्म करनी होगी।
इसलिए किया जा रहा बदलाव
वाट्सएप यह बदलाव इसलिए लेकर आया है ताकि 13 से 15 साल के बच्चे प्लेटफार्म पर अपनी निजी जानकारी शेयर करने से पहले अपने पेरेंट्स की अनुमति लें। अगर पेरेंट्स अनुमति नहीं देते हैं तो अलग वर्जन दिखाई देगा जो उनके डाटा पर आधारित नहीं होगा। यूरोप के बाहर वाट्सएप को इस्तेमाल करने की निम्नतम उम्र 13 साल है। फेसबुक के डाटा चोरी मामले के बाद टेक कंपनियां अपनी डाटा पॉलिसी में बदलाव करने का सोच रही हैं।
यह भी किए परिवर्तन
फेसबुक अधिकृत कंपनी व्हाट्सएप की अपनी अलग डाटा पॉलिसी है। उम्र सीमा बढ़ने के अलावा वाट्सएप में कुछ और बदलाव भी किए हैं। यूजर्स अब वाट्सएप से अपने डाटा की एक कॉपी डाउनलोड कर पाएंगे। इसमें कॉन्टेक्ट्स सम्मिलित होंगे।
वाट्सएप से भरे गए नामांकन वैध
कोलकाता हाईकोर्ट ने अपने एक अप्रत्याशित आदेश में राज्य चुनाव आयोग को निर्देश दिया है कि वो वाट्सऐप से भरे गए 9 निर्दलीय प्रत्याशियों के नामांकन को वैध माने। कोर्ट ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि ये 9वों उम्मीदवार 2018 पंचायत चुनाव में इन्हीं आवेदनों के आधार पर लड़ने के लिए योग्य माने जाएंगे। याचिकाकतार्ओं ने कोर्ट में याचिका दी थी कि हम शारीरिक तौर पर अपना नामाकंन दर्ज कराने में असमर्थ रहे, लेकिन हमने वाट्सएप के जरिए भांगर-2 ब्लॉक डेवलपमेंट आॅफिसर को अपना नामांकन भेज दिया है। इससे पहले सोमवार को हाईकोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग से इन 9 उम्मीदवारों के नामांकन भरने में मदद करने के लिए कहा था।