नई दिल्ली। मोबाइल यूजर्स का फोन बिल इस साल और बढ़ सकता है। इकॉनोमिक टाइम्स में छपी के रिपोर्ट के अनुसान इंडस्ट्री एग्जिक्यूटिव्स और ऐनालिस्ट्स का मानना है कि टेलिकॉम कंपनियों के टैरिफ में 25-30 पर्सेंट और बढ़ोतरी कर सकती हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंपनियों के ऐवरेज रेवेन्यू पर यूजर में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है।
इसके साथ भारत में टेलिकॉम सर्विसेज पर सब्सक्राइबर्स का कुल खर्च अन्य देशों की तुलना में काफी कम है। वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल को अजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू की बकाया रकम के तौर पर बड़ा भुगतान करना है। इन कंपनियों को अपनी फाइनेंशियल कंडीशन में सुधार के लिए टैरिफ बढ़ाने होंगे।