मुंबई। अब जल्द ही आपका फोन हवा से चार्ज होने वाला है.... अब फोन को चार्ज करने के लिए पावर बैट्री या चार्जर की जरूरत नहीं पड़ेगी। वायरलेस चार्जिंग की तकनीक को अपग्रेड करने की तैयारी की जा रही है। नए अपग्रेड में फोन को बिना किसी डिवाइस से कनेक्ट किए 'ओवर द एयर' चार्ज किया जा सकेगा यानी स्मार्टफोन को किसी भी डिवाइस से कनेक्ट करने की जरूरत नहीं होगी। वायरलेस चार्जिंग में भी फोन को चार्जिंग पैड से कनेक्ट करना पड़ता है।
मौजूदा वायरलेस चार्जिंग तकनीक की अगर बात करें तो वायरलेस चार्जिंग पैड इंडक्शन कुकटॉप की तरह काम करता है जिसमें एक इंडक्शन कॉइल एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड क्रिएट करती है और फोन के पिछले पैनल पर रिसीवर इससे एनर्जी ट्रांसफर करता है।
यह तकनीक दो डिवाइस के आधार पर काम करती है। एक डिवाइस आरएफ को प्रसारित करता है और तीन फीट की दूरी तक एक सीमित मात्रा में उसे बिना रुकावत के संचारित करता रहता है। ऐसे में जब यह वेव्स आधुनिक केस से टकराती हैं तो वह केस रेडियो वेव्स को डीसी पावर में परिवर्तित कर देता है और उससे स्मार्टफोन की बैटरी चार्ज होने लगती है।
हालांकि अभी यह तकनीक शुरुआती चरण में है और धीरे-धीरे फोन को चार्ज करती है। जल्द ही इसको लेकर सभी परीक्षण पूरे कर लिए जाएंगे और यह आम लोगों के इस्तेमाल के लिए जारी कर दी जाएगी। एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक, यह केस छोटी मात्रा में पावर को प्राप्त करता है, जिससे फोन की बैटरी चार्ज होने में संभवत 30 से 60 मिनट लेती है। हालांकि अभी इस बात की जानकारी नहीं है कि यह तकनीक बैटरी को फुल चार्ज करता है या नहीं। यह तकनीक सिर्फ उन्हीं फोन में काम करेगी जिसमें आरएफ आधारित रिसीवर मौजूद होगा। साल 2020 तक यह तकनीक मार्केट में आने की उम्मीद की जा रही है।